National Herald Case : कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ( Sonia Gandhi ) से ED की आज दूसरे दिन भी पूछताछ जारी है। जिस पर कांग्रेस पूरे देश भर में सत्याग्रह कर रही है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राजस्थान के मुख्यमंंत्री अशोक गहलोत ( Ashok Gehlot ) ने सुबह हुई AICC की प्रेस कांफ्रेंस में फिर से केंद्रीय एजेंसियों पर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाते हुए यहां तक कह दिया कि ED औऱ CBI जैसी एजेंसियां ऊपर के आदेश पर काम कर रही हैं।
ED की कार्रवाई को बताया तमाशा
AICC की प्रेस कांफ्रेंस में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ( Ashok Gehlot ) ने ED की सोनिया और राहुल गांधी पर कार्रवाई को तमाशा करार दिया। उन्होंने कहा कि देश के अंदर ईडी का जो तमाशा हो रहा है, कि पहले 5 दिन तक लगातार राहुल गांधी को बुलाया, अब सोनिया गांधी को। किसी ने सुना भी नहीं होगा कि 5 दिन तक लगातार 50 घंटे तक किसी से पूछताछ हो। सोनिया जी को आज तीसरी बार बुलाया है और पता नहीं वो कब तक बुलाएं। ये जो देश के अंदर ईडी ने आतंक मचा रखा है, इसका फैसला जल्द ही होना चाहिए।
गहलोत ( Ashok Gehlot ) ने कहा कि ED का उपयोग सरकारें गिराने के लिए किया जाता है। सबसे बड़ा उदाहरण महाराष्ट्र ( Maharashtra Political Crisis ) में देखा गया। सरकारें गिराने का काम तो कर सकती है ईडी, पर मंत्रिमंडल बनाने का काम नहीं कर सकती है। 28 दिन से महाराष्ट्र में मंत्रिमंडल नहीं बना है, खाली सीएम और डिप्टी सीएम वहां पर बैठे हुए हैं। तो ये क्या इंगित करता है, डेमोक्रेसी किस दिशा में जा रही है, आप लोग सोच सकते हो।
वहीं आज देश में महंगाई आसमान छू रही है और आर्थिक स्थिति गर्त में जा रही है, उसको लेकर पूरा देश चिंतित है। नौजवान चिंतित हैं, महंगाई से आम नागरिक परेशान है। तो अब हमें संसद में बहस करने की इजाजत भी नहीं दी जाती है। कल 19 लोगों को सस्पेंड कर दिया। लेकिन जहां तक मुझे याद है कांग्रेस शासन में कभी भी किसी को संसद से सस्पेंड नहीं किया जाता था। 1980 से हम देखते थे कि 12-12 दिन तक पार्लियामेंट नहीं चलीं थीं। तब भी किसी को बाहर फेंकने की बात ही नहीं होती थी, आज इन्होंने मजाक बना रखा है।
‘मीडिया की स्वतंत्रता भी खतरे में’
अशोक गहलोत ने मीडिया की स्वतंत्रता के खतरे पर भी सवाल उठाया। गहलोत ने कहा कि कल मीडिया ने सोनिया गांधी को लेकर दिनभर एजेंडा चलाया। उन्होंने पूरे दिन बस उसी पर डिबेट की। सोनिया गांधी जी के बयान लेने पर भी हल्ला हो रहा है। लेकिन कांग्रेस महंगाई और बेरोजगारी जैसे दूसरे मुद्दे भी उठा रही है, उन पर इतनी चर्चा क्यों नहीं हो रही है? जयपुर में एक राष्ट्रीय स्तर का महंगाई विरोधी सम्मेलन हुआ था। उस वक्त से करीब सालभर हो गया। लेकिन तब से ही महंगाई-बेरोजगारी हमारा मुख्य मुद्दा रहा है, पर मीडिया कितना दिखाता है उसे? कितना कवरेज करता है? क्योंकि मीडिया दबाव के अंदर है, मीडिया के मालिक तो बहुत घबराए हुए हैं, कब ईडी पहुंच जाए, कब इनकम टैक्स पहुंच जाए, कब सीबीआई पहुंच जाए, ये स्थिति है देश के अंदर।
अभी जो आतंक की स्थिति बना रखी है, वो देशहित में नहीं है, लोग घबराए हुए हैं और मैं फिर कहना चाहूंगा कि सुप्रीम कोर्ट को आगे आकर जल्दी फैसला करना चाहिए। अशोक गहलोत ने कहा कि कोई रेड डालने के नियम-कायदे होते हैं। करीब-करीब 1 महीने पहले रेकी होती है, असेसमेंट होता है। लेकिन ED और CBI को ऊपर से रात में ही इत्तिला कर दिया जाता है कि सुबह छापा डाल दो। ईडी, इनकम टैक्स, सीबीआई के अधिकारी भी समझ गए हैं कि ये तमाशा हो रहा है। पर बोल नहीं पा रहे हैं उनको नौकरी करनी है, पब्लिक चिंता में है इसलिए नहीं बोल पा रही है।