दिवाली जैसे बड़े पर्व पर प्रवासियों का घर जाना हो रहा मु​श्किल, रेल की टिकट खाली नहीं होने पर मच रही मारामारी, लेकिन है एक ओर रास्ता, जाने क्या है…

Diwali Festival Special Train: देश के सबसे बड़े महापर्व दिवाली और उसके बाद छठ पूजा के त्योहार को लेकर कंफर्म रेल टिकट की मारामारी होने…

railway sta | Sach Bedhadak

Diwali Festival Special Train: देश के सबसे बड़े महापर्व दिवाली और उसके बाद छठ पूजा के त्योहार को लेकर कंफर्म रेल टिकट की मारामारी होने से प्रवासियों का घर पर जाना मुश्किल हो रहा है. सामान्य दिनों में लंबी दूरी तक चलने वाली नियमित ट्रेनों में नवंबर के अंत में भी सीटे खाली नहीं है जानें कहां- कहां बने ऐसे हालात…

मध्यम वर्गीय परिवार वालों को झेलनी पड़ रही काफि परेशानी

रेलवे विभाग की 7000 के करीब की स्पेशल ट्रेनें लोगों के लिए कुछ सहारा जरूर बनी है मगर उनके बारे में जानकारी के अभाव होने से समस्या का समाधान नहीं दिख रहा. मध्यप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और गुजरात से बिहार-उत्तर प्रदेश जाने व दक्षिण भारत से इन राज्यों में आने वाली मुख्य ट्रेनों में नवंबर के दूसरे सप्ताह तक कंफर्म टिकट नहीं मिल रही ऐसे में मध्यम वर्गीय परिवार वालों को काफि परेशानी झेलनी पड़ रही है.

नवबंर के दूसरे सप्ताह तक रहेंगे ऐसे ही हालात

बीकानेर-दादर, बीकानेर-दिल्ली सराय, अजमेर-अमृतसर जोधपुर, जयपुर-उदयपुर सहित 70 जोड़ी ट्रेनों में 150 से ज्यादा विभिन्न श्रेणियों के अतिरिक्त कोच जोड़ेहैं. बावजूद उसके ऐसे हालात जस के तस बने हुए है. इस बारे में उत्तर-पश्चिम रेलवे के अधिकारियों का कहना है कि 5 नवंबर तक रेल में यही हालात रहने वाले है.

इतनी ट्रेनों में रिजर्वेशन बुकिंग पर बुरा हाल

जयपुर से पटनाः अनन्या एक्सप्रेस ट्रेन में स्लीपर श्रेणी में वेटिंग 133 देखी जा रही है जबकि थ्री टायर में 70, टू टायर में 35 वेटिंग है.

जयपुर से जम्मूः शालीमार एक्सप्रेस में स्लीपर श्रेणी में वेटिंग करिब 127 तक पहुंच रखी है. थ्री टायर एसी में भी 50 से ज्यादा वेटिंग है. वहीं ऐसा ही हाल अजमेर- जम्मूतवी ट्रेन में देखने को मिल रहा ​है.

जयपुर से गुवाहाटीः श्रीगंगानगर-गुवाहाटी ट्रेन में स्लीपर श्रेणी में रेल सीट वेटिंग 247 पार पहुंच गई है. थ्री टायर में भी वेटिंग 75 पार है. यहां तक कि फर्स्ट व सैकेंड एसी में भी कंफर्म टिकट नहीं मिल रही है.

जयपुर से मुंबईः जयपुर मुंबई सुपरफास्ट में स्लीपर श्रेणी में वेटिंग 70 पार है, हालांकि इस रूट पर आधा दर्जन स्पेशल ट्रेनें भी दौड़ने लगी है इसलिए कुछ राहत है.