indian army: नई दिल्ली। भारतीय सेना ने पहली बार अपनी तोपखाना रेजीमेंट में पांच महिला अधिकारियों को शामिल किया है जिनमें से तीन की नियुक्ति चीन के साथ लगती वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर तैनात दस्तों में गई है। सेना के सूत्रों ने शनिवार को यह जानकारी दी। सूत्रों ने बताया कि तोपखाना रेजीमेंट में लेफ्टिनेंट महक सैनी, लेफ्टिनेंट साक्षी दुबे, लेफ्टिनेंट अदिति यादव और लेफ्टिनेंट पायस मुद्गिल और लेफ्टिनेंट अकांक्षा को चेन्नई स्थित ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी (ओटीए) में सफलतापूर्वक प्रशिक्षण पूरा करने के बाद शामिल किया गया है।
सूत्रों ने बताया कि शनिवार को ओटीए में आयोजित पासिंग आउट परेड के बाद 19 पुरुष अधिकारियों को भी तोपाखाना रेजीमेंट में कमीशन दिया गया है। सूत्रों ने बताया कि पांच महिला अधिकारियों में से तीन की तैनाती चीन से लगती एलएसी की जिम्मेदारी संभाल रही यूनिट में की गई है जबकि बाकी दो अधिकारियों की तैनाती पाकिस्तान से लगती सीमा पर चुनौतीपूर्ण स्थानों पर की गई है।
सेना में अहम बदलाव का संकेत है यह तैनाती
एक सूत्र ने बताया कि तोपखाना रेजीमेंट में महिला अधिकारियों की तैनाती भारतीय सेना में चल रहे परिवर्तन का प्रमाण है। जनवरी में सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने तोपखाना इकाइयों में महिला अधिकारियों को शामिल करने की घोषणा की थी। बाद में सरकार ने भी इस प्रस्ताव को स्वीकृति दे दी थी।
तोपखाना रेजीमेंट सेना का लड़ाकू हिस्सा
सेना का तोपखाना रेजीमेंट अहम लड़ाकू हिस्सा है जो बोफोर्स होवित्जर, धनुष, एम-777 होवित्जर और के-9 वज्र तोप सहित विभिन्न तरह के तोपों का परिचालन करती है। इन युवा महिला अधिकारियों को सभी अहम तोपखाना यूनिट में तैनाती दी जा रही है ताकि उन्हें रॉकेट, फिल्ड ऐड संर्विलांस ऐड टारगेट ऐक्वज़िशन प्रणालियों को चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में चलाने का प्रशिक्षण प्राप्त हो सके। लेफ्टिनेंट महक को एसएटीए रेजीमेंट में, लेफ्टिनेंट दुबे और लेफ्टिनेंट यादव को फिल्ड रेजीमेंट में, लेफ्टिनेंट मुद्गिल को मीडियम रेजीमेंट में और लेफ्टिनेंट अकांक्षा को रॉकेट रेजीमेंट में तैनाती दी गई है।
गलवान शहीद की पत्नी बनीं लेफ्टिनेंट
गलवान घाटी में जून 2020 में चीनी सैनिकों के साथ हुई झड़प में शहीद हुए नायक दीपक सिंह की पत्नी रेखा सिंह को लेफ्टिनेंट के तौर पर शनिवार को भारतीय सेना में शामिल किया गया। अधिकारियों के मुताबिक रेखा सिंह (29) को पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर मौजूद अग्रिम मोर्चे की इकाई में तैनात किया गया है। लेफ्टिनेंट सिंह ने चेन्नई स्थित ऑफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी (ओटीए) में एक साल का अपना प्रशिक्षण पूरा किया है और उन्हें सेना आयुध कोर के साथ तैनात किया गया है।
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