भागलपुर। बिहार का रहने वाला एक युवक चार महीने पहले गायब हो गया। काफी तलाश की और हर जगह ढूंढा, लेकिन उसका कहीं कुछ पता नहीं चला। परिजनों ने ससुरालवालों पर बेटे को अगवा करने का भी मामला दर्ज करवाया। आखिरकार, जब उसका कहीं पता नहीं चता तो थक-हार कर परिजनों ने उसे मरा हुआ मान लिया। लेकिन, जब वहीं शख्स उत्तर प्रदेश में एक दुकान पर मोमोज खाता हुआ मिला तो परिजनों की खुशी का कोई ठिकाना नहीं रहा।
परिवार के सदस्यों की आंखों में खुशी के आंसू हैं। उनका कहना है कि भगवान ने आखिरकार उन लोगों की सुन ली। ये हैरान कर देने वाली फिल्मी कहानी भागलपुर के सुल्तानगंज की है। लेकिन, बड़ा सवाल ये है कि आखिर युवक इस हाल में पहुंचे कैसे? अभी तक इस बारे में युवक कुछ भी कहने में असमर्थ है।
दरअसल, नौगछिया के ध्रुवगंज का रहने वाला निशांत कुमार (Nishant Kumar) करीब चार महीने पहले सुल्तानगंज के गांव गगनिया में अपने ससुराल गया हुआ था। यहां से वह 31 जनवरी 2023 को रहस्मयी तरीके से गायब हो जाता है। काफी तलाश के बाद भी जब निशांत का कहीं पता नहीं चला तो उसके साले रविशंकर सिंह ने सुल्तानगंज थाने में गुमशुदगी मुकदमा दर्ज कराया।
वहीं निशांत के पिता सच्चिदानंद सिंह ने ससुराल वालों पर बेटे को अगवा करने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस ने भी काफी तलाश की और हर एंगल से जांच की। लेकिन, निशांत का कहीं कोई पता नहीं चला। आखिरकार, परिजनों ने निशांत को मरा हुआ मान लिया था।
नोएडा में मिला चार महीने पहले गायब हुआ निशांत
रोचक बात ये रही कि जिस साले पर बेटे के परिजनों ने आरोप लगाए थे, उसे ही निशांत उत्तर प्रदेश के नोएडा में मिला। नोएडा के सेक्टर-50 में जब एक भिखारी दुकानदार से मोमोज मांग रहा था तो दुकानदार ने उसे भगा दिया। लेकिन, वहां खड़े रविशंकर सिंह को भिखारी पर दया आ गई। उसने भिखारी को मोमोज खिलाने के लिए कहा।
जब भिखारी मोमोज खाने लगा तो रविशंकर ने पूछा कि तुम्हारा नाम क्या है और किस गांव के रहने वाले हो। जब भिखारी ने खुद के बारे में बताया तो रविशंकर के भी होश उड़ गए। वह उसका जीजा निकला, जिसे वो चार महीने से ढूंढ रहा था। जीजा के गायब होने के कारण उसके परिवारवालों को भी काफी प्रताड़ित होना पड़ा था।
परिजनों से मिलते ही रोने लगा निशांत
जीजा के मिलते ही रविशंकर की खुशी का ठिकाना नहीं रहा और उसने तुरंत फोटो खेंचकर घरवालों को भेजी। इसके बाद रविशंकर उसे लेकर थाने पहुंचा। थाने में मौजूद पुलिस अधिकारी जितेंद्र सिंह को रविशंकर ने पूरी कहानी बयां की। पुलिस ने जांच के बाद निशांत को बिहार पुलिस को सौंप दिया। इसके बाद पुलिस ने घरवालों को बुलाया और पहचान कराई गई। युवक भी अपने परिजनों को पहचान गया। इस दौरान युवक अपने परिजनों से लिपटकर रोने लगा।
साला बोला-दोषियों पर हो कार्रवाई
निशांत के साले रविशंकर ने बताया कि जीजा के लापता होने के बाद उसके घर के लोग अगवा करने का आरोप लगाकर प्रताड़ित कर रहे थे। इस सदमे में उसके बड़े पापा की भी मौत हो गई थी। जीजा के गायब होने के बाद से गांव ही नहीं रिश्तेदारी में भी काफी बदनामी हुई थी। लेकिन, अब जीजा के मिलने से सबकुछ ठीक हो जाएगा। साथ ही उसने कहा कि उम्मीद है कि अब कोर्ट से उन्हें न्याय मिलेगा और दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।
पूरे मामले की जांच में जुटी पुलिस
पुलिस के मुताबिक वह पिछले 15 दिन से नोएडा के सेक्टर-50 में भीख मांगता हुआ देखा गया। ऐसे में वह शारीरिक और मानसिक तौर पर भी कमजोर हो गया है। परिजन उसे लेकर घर चले गए है। निशांत के मिलने से परिजनों ही नहीं ससुरालवाले भी काफी खुश है, क्योंकि निशांत के पिता ने बेटे के सुसराल वालों पर अपहरण का मामला दर्ज कराया था। अब पुलिस यह पता लगाने में जुटी हुई है कि आखिर निशांत का अपहरण हुआ था या फिर वो खुद ही गायब हो गया था?