अजमेर जिले में कानून की धज्जियां उड़ाकर वर्दी और सरकारी कुर्सी का रौब दिखाने वालों के खिलाफ एक्शन हुआ है जहां अजमेर में 11 जून को एक होटल में कर्मचारियों को पीटने के आरोप में एक आईएएस और आईपीएस अधिकारी समेत पांच सरकारी कर्मचारियों को मंगलवार को सरकार ने निलंबित करने के आदेश दिए हैं. वहीं इस पूरे मामले की जांच एडीजी विजिलेंस को दी गई है.
दरअसल अजमेर में होटल कर्मचारियों को पीटने के आरोप में आईएएस गिरधर और आईपीएस सुशील कुमार बिश्नोई समेत 8 लोगों को निलंबित किया गया है जहां दोनों अधिकारियों ने हाईवे पर स्थित एक होटल में अपने कुछ दोस्तों के साथ वहां कर्मचारियों को डंडे से पीटा था. बताया जा रहा है कि मारपीट के दौरान दोनों ही अफसर शराब के नशे में चूर थे. यह पूरा मामला 11 जून का है जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया.
बता दें कि आईएएस गिरधर अजमेर डेवलपमेंट अथॉरिटी के आयुक्त के पद पर तैनात थे और आईपीएस अफसर सुशील बिश्नोई को हाल में नए बने जिले गंगापुर सिटी में ओएसडी के पद पर लगाया गया है. वहीं इससे पहले वह एडिशनल एसपी सिटी अजमेर के पद पर तैनात थे. वहीं रविवार को शहर के एक रेस्टोरेंट में आईपीएस ऑफिसर को विदाई पार्टी दी गई थी जहां वह अपने कुछ दोस्तों के साथ देर रात होटल में खाना खाने पहुंचे थे.
छोटी सी बात पर आईपीएस ने जड़ दिया थप्पड़!
बता दें कि इस पूरे घटनाक्रम में आईएएस और आईपीएस के साथ गेगल थाने के ASI रुपाराम, कॉन्स्टेबल गौतम, मुकेश यादव, टोंक के कॉन्स्टेबल मुकेश जाट और कनिष्ठ सहायक हनुमान प्रसाद और पटवारी नरेंद्र सिंह दहिया को सस्पेंड किया गया है. वहीं वायरल हुए वीडियो के मुताबिक होटल मालिक महेंद्र सिंह ने आरोप लगाया कि 11 जून की रात को सुशील बिश्नोई अपने 4-5 दोस्तों के साथ होटल आए थे.
इस दौरान होटल के बाहर बैठे एक कर्मचारी से पूछा कि यहां कैसे बैठे हो जिसके जवाब में उसने कहा कि मैं स्टाफ का आदमी हूं और सोने जा रहा हूं. होटल मालिक का आरोप है कि इतना सुनते ही आईपीएस ने उसे थप्पड़ मार दिया. वहीं इसके बाद होटल के अन्य स्टाफ के साथ मारपीट और गाली गलौज करने लग गए.
इसके बाद होटल स्टाफ ने गेगल थाने को सूचना दी और रात 2.30 बजे आईपीएस सुशील कुमार, ASI रुपाराम अन्य पुलिसकर्मियों के साथ होटल पर आए और उन्होंने स्टाफ को बुरी तरह पीटा. हालांकि पुलिस ने दर्ज किए मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा बनाया है.
CCTV में कैद हुई पूरी घटना
बता दें कि होटल कर्मचारियों से मारपीट की यह पूरी घटना वहां लगे एक सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई जिसके बाद होटल मालिक महेंद्र सिंह ने पुलिस को सीसीटीवी फुटेज भी दिए हैं. इधर होटल कर्मचारियों से मारपीट के बाद राजपूत समाज के लोगों ने आरटीडीसी चेयरमैन धर्मेंद्र राठौड़ से मिलकर नाराजगी जाहिर की जिसके बाद मामले में एक्शन हुआ और मुख्यमंत्री गहलोत और रेंज आईजी को मामले की जानकारी दी गई.