बच्चियों के झूठे रेप केस में लोगो को फांसने का यह गैंग करती थी काम,महिला सहित 3 हुए अरेस्ट

Rajasthan News: हनुमानगढ़ पुलिस ने एक बडी कार्यवाही को अंजाम देते हुए नाबालिग बच्चियों के झूठे रेप केस में लोगो को फंसाने वाले गिरोह का…

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Rajasthan News: हनुमानगढ़ पुलिस ने एक बडी कार्यवाही को अंजाम देते हुए नाबालिग बच्चियों के झूठे रेप केस में लोगो को फंसाने वाले गिरोह का पर्दाफाश कर लिया है। इस कार्यवाही के बाद डीएसपी मीनाक्षी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए बताया कि इस गैंग में शामिल एक महिला समेत 3 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है, जिनकी पहचान लालचंद मेघवाल, रामजस धोलीपाल और पूजा के रूप में हुई है. ये लोग बच्चियों को नौकरी का झांसा देकर उनसे टारगेटेड लोगों को कोर्ट केस में फंसाने और फिर उनसे मोटी रकम ऐंठने का काम करवाते थे.मगर अब पुलिस ने इस गैंग का खुलासा कर इनको अपनी गिरफ्त में ले लिया है जिनसे पूछताछ जारी है। डीएसपी मीनाक्षी ने की माने तो पकड़े गए आरोपी लालचन्द उर्फ लाला की उम्र 39 साल, रामजस की उम्र 59 साल और पूजा की उम्र 29 साल है. पूछताछ में सामने आया कि लालचन्द और पूजा पिछले 3-4 सालों से लिव-इन रिलेशनशिप में रह रहे थे.

इस तरह गैंग का पकडा गया झूठ

नाबालिग बच्चियों के झूठे रेप केस में लोगो को फांसने वाली गैंग ने अपनी साजिश के तहत ही किसी को फंसाना चाहा मगर इस बार वह कामयाब नही हो पाए। हुआ कुछ ऐसे कि जब कुछ दिन पहले संगरिया थाने में इस गिरोह की महिला (पूजा) नाबालिग बच्ची को लेकर दुष्कर्म का झूठा मुकदमा दर्ज करवाने पहुंची थी. उसने अपनी शिकायत में बताया कि एक शख्स ने उसकी नाबालिग बेटी का बलात्कार किया है. लेकिन जब पुलिस ने बच्ची के बयान लिए तो उसने बताया कि जिसके साथ वो आई है वो महिला उसकी मां नहीं है. यह सुनकर पुलिस अधिकारी सतके में आ गए और उन्होंने महिला को पकड़कर बैठा लिया. इसके बाद नाबालिग बच्ची की असली मां को ढूंढकर बुलाया गया, जिसने पुलिस अधीक्षक के सामने पूरी सच्चाई बताई.जिसके बाद जाकर पूरे मामले का खुलासा हुआ।

बच्ची को भेजा काउंसलिंग के लिए

इस पूरे ममाले में बच्ची की असली मां ने पुलिस को बताया कि नाबालिग पीड़िता को आरोपी रामजस और लालचंद ने नौकरी दिलवाने का झांसा देकर अपने साथ हनुमानगढ़ जंक्शन हाउसिंग बोर्ड में करीब 10 दिन तक रखा. इस दौरान अन्य आरोपियों की मौजूदगी में लालचंद ने पीड़िता के साथ कई बार रेप की वारदात को अंजाम दिया. इसके बाद सभी आरोपियों ने मिलकर बच्ची को एक शख्स से मिलवाया और उससे मेलजोल बढ़ाने का दबाव बनाकर रेप केस के जरिए रुपये हड़पने के लिए कहा. जब यह मामला बाल कल्याण समिति के संज्ञान में आया तो उन्होंने एसपी की मदद से महिला की शिकायत पर एफआईआर दर्ज करवाई और आरोपियों को गिरफ्तार करवा दिया. साथ ही बच्ची को काउंसलिंग के लिए भेज दिया.