अजमेर। कहते हैं कि लालच बुरी बला है, यह कहावत दिल्ली और गुड़गांव में रहने वाले 4 युवकों पर बिल्कुल सच साबित हुई। दरअसल, एक शातिर बदमाश ने उक्त चारों को अपने बैंक अकाउंट में राशि ट्रांस्फर करवाने की एवज में 5 हजार रुपए देने का लालच दिया। इस लालच के चलते अब चारों आरोपी जेल की हवा खाएंगे। उक्त आरोपियों को अजमेर की नसीराबाद सिटी थाना पुलिस ने साइक्लोन सैल की सहायता से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। वहीं मुख्य आरोपी की तलाश में पुलिस की टीम जुटी हुई है। नसीराबाद सीओ पूनम भरगड़ ने बताया कि 9 जून 2022 को बीर गांव निवासी सैयद मुराद अली ने ऑनलाइन ठगी का मामला दर्ज करवाया था। जिस पर श्रीनगर थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया था।
पुलिस की जांच के दौरान बैंक अकाउंट व फोन कॉल्स की डिटेल्स खंगाली गई। अकाउंट के बाद कुछ आरोपियों को चिन्हित किया गया। इसके बाद आरोपी राहुल वर्मा, अभिषेक, शंशाक व संदीप सिंह को दिल्ली व जयपुर में दबिश देकर गिरफ्तार किया गया। उक्त आरोपियों ने कबूल किया कि शातिर बदमाश ने उनके घर में कोई बीमार होने के चलते राशि उनके अकाउंट में मंगवाने और इसकी एवज में अतिरिक्त राशि देने का लालच दिया था। जिससे वह उसके जाल में फंस गए और राशि अपने अकाउंट में ट्रांस्फर करवा ली।
किसी को 5 हजार तो किसी को 2 हजार रुपए दिए…
थानाधिकारी कल्पना सिंह ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों में न्यू दिल्ली पटेल नगर निवासी राहुल वर्मा (21), मूल रूप से इंदौर व हाल केशपुरा नॉर्थ दिल्ली निवासी अभिषेक प्रसाद (39) मूल रूप से इंदौर और हाल पॉम हिल्स सेक्टर 77 गुड़गांव निवासी शंशाक उर्फ शान और मूल रूप से पंजाब व हाल पॉम हिल्स सेक्टर 77 गुड़गांव निवासी संदीप सिंह को दबोचा है। थानाधिकारी ने बताया कि शातिर ठग के संपर्क में सबसे पहले राहुल आया था। जिसे 4 से 5 हजार रुपए अतिरिक्त देकर राशि उसके अकाउंट में ट्रांस्फर करवाने का लालच दिया। वहीं इसके बाद राहुल ने अभिषेक को अभिषेक ने शशांक को और शशांक ने संदीप को जोड़ा। सभी के अकाउंट में ठगी की राशि डाली गई थी।
पुलिस ने चारों आरोपियों को जेल भेजा…
थानाधिकारी ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों में कोई स्वीगी में तो कोई सैलून पर काम करता है। वहीं दो खुली मजदूरी भी करते हैं। फिलहाल सभी से मुख्य आरोपी के संबंध मं पूछताछ की गई है। वहीं चारों आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया। जहां से उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया।
ये था मामला…
बीर गांव निवासी परिवादी सैयद मुराद अली के पास 4 मई 2022 को अलग अलग नंबरों से कॉल आया और कहा कि एलआईसी की पॉलिसी मैच्योर हो गई है। इसका भुगतान प्राप्त करने के लिए थोड़े पैसे जमा करवाने पड़ेंगे, इसके बाद ही भुगतान मिल पाएगा। सैयद मुराद अली कॉल करने वाले शातिर के झांसे में आ गया और विभिन्न किश्तों में उसने 6 लाख 95 हजार 585 रुपए जमा करवा दिए। जब शातिर ठग ने और राशि जमा करवाने को कहा तो सैयद मुराद अली को अपने साथ ठगी का अहसास हुआ।
(इनपुट-नवीन वैष्णव)