अटल पेंशन योजना असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले कामागारों के लिए शुरू की गई थी। अभी इस योजना में निवेश करन के लिए 1000 से 5000 रुपए तक 5 सैलेब होते हैं। काफी समय से इसे बढ़कार 10,000 रुपए करने की मांग की जा रही है। लेकिन हाल ही मोदी सरकार ने इसे बढ़ाने से इनकार कर दिया है। बता दें कि इस योजना में इनकम टैक्स फाइल करने वाला कोई भी व्यक्ति निवेश नहीं कर सकता।
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क्या है अटल पेंशन योजना
अटल पेंशन योजना (Atal Pension Yojana) का लाभ उठाने के लिए उम्र 18 से 40 साल के बीच होनी चाहिए। अटल पेंशन में निवेश करने से रिटायरमेंट के बाद आपको नियमित आय मिलतीहै। रिटायर होने के बाद आप हर महीने पेंशन पाने के हकदार हो सकते हैं। केंद्र सरकार ने अटल पेंशन योजना (Atal Pension Yojana ) को मई 2015 में शुरू किया था। इससे पहले असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले लोगों के लिए Atal Pension Yojana जैसी कोई योजना नहीं थी।
अटल योजना में कितना पेंशन मिलेगा ?
अटल स्कीम में पेंशन की रकम आपके द्वारा किए गए निवेश और आपकी उम्र पर निर्भर करती है। अटल पेंशन योजना (Atal Pension Yojana) के तहत कम से कम 1,000 रुपए और अधिकतम 5,000 रुपए मासिक पेंशन मिल सकता है। 60 साल की उम्र से आपको पेंशन मिलना शुरू हो जाएगा। लेकिन पिछले काफी समय से इसे बढ़ाकर 10,000 रुपए करने की मांग की जा रही थीं, लेकिन मोदी सरकार ने इस मांग को अब ठुकरा दिया है।
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अटल पेंशन योजना में नहीं होगा किसी प्रकार का इजाफा
चर्चा थी कि पेंशन कोष नियामक और विकास प्राधिकरण (PFRDA) ने वित्त मंत्रालय ने अटल पेंशन योजना के तहत पेंशन की राशि में बढ़ोतरी की मांग की थी। अब सरकार की तरफ से भी इस पर जवाब आ गया है। सरकार की तरफ से दिए गए जवाब में ऐसे किसी भी प्लान को खारिज कर दिया गया है, जिसे अटल पेंशन योजना की राशि को बढ़ाए जाने का प्रस्ताव हो। केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री भागवत कराड ने कहा कि अटल पेंशन योजना के तहत पेंशन राशि में किस प्रकार को कोई इजाफा नहीं किया जाएगा।
खाताधारकों पर पड़ेगा अतिरिक्त भार
भागवत कराड ने बताया कि यदि सरकार की तरफ से पेंशन की राशि बढ़ाई जाती है तो इसका सीधा असर खाताधारकों पर होगा। उन्होंने कहाकि पेंशन की राशि बढ़ाने से अकाउंट होल्डर्स की तरफ से किए जाने वाले निवेश की कीमत भी बढ़ जाएगी। ऐसे में उन पर अतिरिक्त बोझ पड़ेगा।