हाल ही में हुए ऑस्कर ऑवार्ड में इंडियन सिनेमा ने खूब नाम बटौरा है। जहां एक तरफ फिल्म RRR के गाने “नाटू-नाटू” को बेस्ट ओरिजनल सॉन्ग ने ननवाजा गया वहीं, शॉर्ट डॉक्युमेंट्री फिल्म ‘द एलिफेंट व्हिस्पर्स'(‘The Elephant Whisperers’) को बेस्ट शॉर्ट डॉक्यूमेंट्री फिल्म का अवॉर्ड मिला है। महज 41 मिनट की इस डॉक्युमेंट्री को आप नेटफ्लिक्स पर हिन्दी, इंग्लिश, तेलुगु और तमिल भाषा में देख सकते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं इस डॉक्युमेंट्री की शूटिंग जिस जगह हुई है वो घूमने का शौक रखने वालों के लिए बेहद खूबसूरत जगह साबित हो सकती है। तो चलिए जानते हैं इस खूबसूरत जगह के बारे में।
हाथियों का घर कहलाता है पहाड़
ऊटी में मौजूद हरे-भरे जंगलों के पास ही एक जगह है जिसे हाथियों के घर के नाम से जाना जाता है। हाथियों की जहां देख भाल होती है उस जगह को थेप्पाकडू एलीफेंट कैंप कहते हैं। ये एक ऐसी जगह है जहां जंगली हाथी और इंसान साथ ही रहते हैं। आप जैसे ही इस जंगल में एंटर करेंगे तो आपको हाथी और इंसानों का अनोखा रिश्ता देखने को मिलेगा। यहीं वो जगह है जहां ऑस्कर विनिंग फिल्म ‘द एलिफेंट व्हिस्परर्स’ की शूटिंग हुई है।
सबसे पुराना एलिफेंट कैंप है थेप्पाकडू
थेप्पाकडू हाथी कैंप एशिया का सबसे पुराना एलिफेंट कैप है। ये कैंप मुदुमलाई टाईगर रिजर्व में स्थित है। ऐसा माना जाता है कि, इस कैंप को तकरीबन 105 साल पहले बनाया गया था। तब से ही यहां हाथी रहने लगे और उनकी देखभाल के लिए यहां आम इंसान रहते हैं। इस कैंप में फिलहाल 28 हाथी रहते हैं। महावतों का एक ग्रुप इन हाथियों को ट्रेनिंग देता है और इनकी देखभाल करता है।
क्यों दी जाती है हाथियों को ट्रेनिंग
कहते हैं कि, थेप्पाकडू रिजर्व में कई उपद्रवी हाथी भी थे जो कि इंसानों की बस्ती में घुसकर उन्हें परेशान करते थे। इसलिए इन कैंप में हाथियों को सही ट्रेनिंग दी जाती है। इन हाथियों में से एक है ‘मूर्ति’ जो तकरीबन 22 लोगों के मौत की वजह बना था। लेकिन 12 साल के प्यार दुलार की वजह से वो अब काफी सही हो चुका है।
घूमने के शौकिन लोग जरूर आए यहां
ऊटी साउथ का सबसे शांत हिल स्टेशन माना जाता है। यहां कई फिल्मों की शूटिंग भी हुई है। साथ ही यहा का खआना बेहद स्वादिष्ट है, आप जब भी ऊटी आएं तो इस कैंप को अपनी विश लिस्ट में शामिल करना ना भूलें।