Rajasthan Election 2023: काफी जद्दोजहद के बाद दोनों पार्टियों ने सभी 200 सीटों पर अपने-अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। अब चुनाव प्रचार में दोनो पार्टियां लगी हुई है। 25 तारीख को प्रदेश के मतदाता आने वाली सरकार के भाग्य का फैसला करेंगे। 3 तारीख को साफ हो जाएगा कि प्रदेश में किसी सरकार बन रही है लेकिन 10 विधानसभा सीटें ऐसी है जहां के नतीजों के पर पूरे प्रदेश की नजर रहने वाली है. यहां जीतने वालों से लेकर हारने वालों की चर्चा होना लगभग तय है। इन 10 सीटों पर मुकाबला काफी हॉट होने वाला है। आइए जानते है इसके बारें…
डॉ. महेंद्र राठौड़ Vs अशोक गहलोत
सरदारपुरा में सीएम गहलोत कांग्रेस के प्रत्याशी है। यहां से जीत कर अशोक गहलोत 3 बार सीएम बने। बीजेपी ने यहां से डॉ. महेंद्र को मैदान में उतारा है। वोटों के जातीय ध्रुवीकरण से मुकाबला रोचक होने जा रहा। 2018 गहलोत 45 हजार से ज्यादा वोट से बीजेपी के शंभुसिंह खेतासर से जीते।
नरेंद्र बुढानिया Vs राजेंद्र राठौड़
तारानगर से बीजेपी ने राजेंद्र राठौड़ और कांग्रेस ने नरेंद्र बुढानिया को टिकट दिया है। आम लोगों की राय है कि यहां पर स्थिति खड़े सिक्के जैसी स्थिति। 2018 में बुडानिया यहां से 12,700 मतों से जीते। राठौड़ पिछले 7 बार से विधायक है।
जेठानंद Vs बीडी कल्ला
बीकानेर पश्चिम में कांटे की टक्कर है। यहां से कांग्रेस के मंत्री बीडी कल्ला 6 बार जीते हुए है। जबकि बीजेपी ने यहां से संघ पृष्ठभूमि से आने वाले जेठानंद व्यास को टिकट दिया हैं। पिछली बार यहां पर बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा था। 2018 में बीडी कल्ला 6 हजार वोटों से जीते थे। जेठानंद पहली बार चुनावी मैदान में हैं।
बाली में राजपूत Vs जाट मुकाबला
बाली सीट पर जाट वर्सज राजपूत मुकाबला देखने को मिल रहा है। यहां से कांग्रेस ने बद्रीनाथ जाखड़ और बीजेपी ने पुष्पेंद्र सिंह को मैदान में उतारा है। पुष्पेंद्र सिंह 6 बार जीते है जबकि बद्रीनाथ जाखड़ पूर्व सांसद है।
टोंक में गुर्जर Vs गुर्जर मुकाबला
टोंक में गुर्जर वर्सज गुर्जर मुकाबला होने जा रहा है। यहां से कांग्रेस ने सचिन पायलट को मैदान में उतारा है जिनकी पूरे राजस्थान में गुर्जर समुदाय में अच्छी खासी पकड़ है। वहीं, बीजेपी ने अजीत मेहता पर दांव खेला है। अजीत मेहता 3 बार के विधायक है। 2018 में सचिन पायलट यहां से 54 हजार वोटों से जीते थे।
मेहरिया Vs डोटासरा
शेखावाटी के लक्ष्मणगढ़ विधानसभा हॉट सीट बन गई है। यहां से कांग्रेस के पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा मैदान में है। दो बार से विधायक भी है। अब तीसरी बार मैदान में है। हाल ही में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल होने वाले सुभाष मेहरिया को बीजेपी ने यहां से टिकट दिया है। सुभाष महेरिया सीकर से 3 बार सांसद है। यहां पर मुकाबला जाट वर्सज जाट होने वाला है।
डॉ. सीपी जोशी Vs विश्वराज सिंह
नाथद्वारा में भी मुकाबला काफी दिलचस्प होने जा रहा है। यहां पर कांग्रेस की तरफ से डॉ. सीपी जोशी है। जो 5 बार जीते और उनके पास लंबा अनुभव है। भाजपा ने पूर्व राजपरिवार पर भरोसा किया। अब अनुभव व पूर्व राजघराने में जनता किसे चुनेगी यह तो 3 तारीख को ही साफ हो पाएगा।
इमरान खान Vs मंहत बालकनाथ
अलवर जिले की तिजारा विधानसभा में भी मुकाबला काफी टक्कर का होने वाला है। यहां पर कांग्रेस ने इमरान खान को मैदान में उतारा है। जबकि बीजेपी ने यहां से सांसद बालकनाथ योगी को टिकट दिया है। यहां पर यादव, गुर्जर, मुस्लिम और एससी एसटी मतदाताओं की भी अच्छी खासी संख्या है। यहां पर धूव्रीकरण के आधार पर मतदान होना संभव माना जा रहा है।
शाले मोहम्मद VS महंत प्रतापपुरी
पिछली बार यहां पर दोनों के बीच कांटे का मुकाबला था। सिंधी मुस्लिम, एससी वोटों की भारी वोटिंग, मुस्लिम वोट बंटने से कड़ा मुकाबला। 2018 में शाले मोहम्मद मात्र 872 वोट से जीते। अबकि बार यहां पर कांटे की टक्कर होने जा रही है।
ओसियां में मुकाबला कड़ा
यहां से कांग्रेस ने दिव्या मदेरणा को टिकट दिया है जबकि बीजेपी ने भैराराम सियोल को मैदान में उतारा है। जाट वर्सज जाट होने से दोनों के बीच मुकाबले कांटे की टक्कर का माना जा रहा है।