लाहौर। पाकिस्तान में पिछले साल आई बाढ़ ने पूरे देश को बर्बाद कर दिया था। गरीब पाकिस्तान को बाढ़ ने कंगाल बना दिया। लोग भूखे मरने लगे। महंगाई आसमान पर पहुंच गई। पिछली बाढ़ से उबरे भी नहीं थे कि इस बार पाकिस्तान में फिर जोरदार बारिश और बाढ़ से पाकिस्तान में हाहाकार मच गया है। बारिश की वजह से 50 लोगों की जान चली गई और सैकड़ों लोग जख्मी हो गए। हजारों घर बह गए। पंजाब प्रांत में तो मूसलधार बारिश से बहुत बुरा हाल है। जून के आखिरी सप्ताह में मानसून से पहले ही भारी बारिश ने कई प्रांतों में बर्बादी की इबारत लिख दी। समूचे पाकिस्तान में पिछले कुछ दिनों से बारिश का दौर जारी है। बारिश से कई आवासीय संपत्ति को नुकसान पहुंचा। देश की आपदा प्रबंधन एजेंसी ने शुक्रवार को बताया कि जून के आखिरी सप्ताह में मानसून पूर्व बारिश की शुरुआत हुई थी, जो नियमित अंतराल पर समूचे देश में जारी है।
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राजमार्गों पर भी यातायात प्रभावित
लगातार बारिश से बलूचिस्तान प्रांत में बाढ़ आ गई तथा राजमार्गों पर यातायात प्रभावित हुआ है। पाकिस्तान के राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) के अनुसार बारिश के कारण देश का सबसे बड़ा प्रांत पंजाब बुरी तरह प्रभावित हुआ है, जहां वर्षा जनित घटनाओं के कारण 34 लोगों की जान गई है। बारिश से हुए हादसों के कारण खैबरपख्तूनख्वा में 10 लोगों की, बलूचिस्तान में 5 और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में एक व्यक्ति की मृत्यु हुई है।
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लाहौर में टूटा 30 साल का रिकॉर्ड
एनडीएमए के अनुसार देश भर में कम से कम 62 मकान आंशिक या पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं तथा 15 मवेशी भी मारे गए हैं। लाहौर में इस सप्ताह रिकॉर्ड बारिश होने से बाढ़ आ गई। लाहौर में इस बार इतना पानी बरसा, जितना पिछले 30 साल में नहीं बरसा। लाहौर में 9 घंटे में 10 इंच से ज्यादा बारिश ने हाहाकार मचा दिया। बलूचिस्तान के विभिन्न जिलों में जबरदस्त बारिश हुई, जिससे सिंध और पंजाब प्रांत को जोड़ने वाले कुछ राजमार्गों पर यातायात प्रभावित हुआ। प्रांतीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने बारिश एवं बाढ़ जनित खतरे के मद्देनजर ‘हाई अलर्ट’ जारी किया है।