वाशिंगटन। आमतौर पर अचानक किसी के टच करने से करंट लगता है। हालांकि डाॅक्टर इसकी वजह विटामिन बी12, बी6 और बी1 की कमी बताते हैं। न्यूरोलोजिस्ट बताते हैं कि हमारी बॉडी में इलेक्ट्रिकल एक्टिविटी होती रहती है। बिजली के तार की तरह हमारी बॉडी की नसों के ऊपर भी कोटिंग रहती है। इसे म्येलिन शीथ कहा जाता हैं।
यह कभी-कभी डिस्बैलेंस हो जाती हैं और ऐसा तब होता है जब व्यक्ति बहुत देर से एक जैसी स्थिति में रहता है। इस वजह से बॉडी में इलेक्ट्रॉन्स डिस्टर्ब हो जाते हैं। उस वक्त कोई अचानक से छू देता है तो नसों में म्येलिन शीथ एक्टिव हो जाता है, जिससे हमें ऐसा महसूस होता है कि शॉक लगा हो।
कुछ लोगों को नहीं लगता झटका
डॉक्टर बताते हैं कि करंट का झटका महसूस होना उस शख्स पर डिपेंड करता है। जैसे जिन लोगों के दांतों में झनझनाहट ज्यादा होती है, उन्हें ठंडी और गर्मचीजें ज्यादा महसूस होती है। वहीं, कुछ लोगों को इससे फर्क नहीं पड़ता है। दरअसल, यह सब व्यक्ति की सेंसेटिविटी पर निर्भर करता है।
प्लास्टिक की कुर्सी पर भी करंट
प्लास्टिक की कुर्सी पर बैठे व्यक्ति को शॉक लगना आम घटना है। ऐसा इसलिए होता है कि जब हम प्लास्टिक की कुर्सी पर बैठे रहते हैं और पैर जमीन से नहीं छूते हैं तो, उस वक्त प्लास्टिक की कुर्सी हमारे कपड़ों से इलेक्ट्रॉन को जमा कर लेती है और इसमें पॉजिटिव चार्ज जमा होता है और जैसे ही हम कुर्सी से उठते हैं तभी ये चार्ज कुर्सी की तरफ चला जाता है और उस समय कुर्सी को छूने से हल्का सा करंट महसूस होने लगता है।
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