वॉशिंगटन। अगले साल यानी 2024 में 8 अप्रैल को सूर्य ग्रहण लगेगा। अमेरिका में यह दिखाई देगा, लेकिन इसे देखने का सबसे अच्छा मौसम जरूरी है। यही वजह हैकि कई लोग ऐसे स्थान का पता लगा यात्रा का कार्यक्रम तक बना रहे हैं। दरअसल, अल नीनो इस सूर्य ग्रहण के देखने में बाधा बन सकता है। अल नीनो प्रशांत महासागर में होने वाला जलवायु परिवर्तन है, जो हर कुछ वर्षों में होता है। इसके कारण बादल हो सकते हैं, जिनसे सूर्य ग्रहण संभवतः साफ न दिखे। 14 अक्टूबर को लगे सूर्य ग्रहण के दौरान भी बादल दिखे थे। विशेषज्ञों के मुताबिक जनवरी से मार्च तक उत्तरी गोलार्ध में इसके सक्रिय रहने की 95% व मार्च से मई तक की संभावना 80% है।
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यहां दिखाई देगा सूर्य ग्रहण
इस ग्रहण का पथ 185 किमी चौड़ा होगा। जमीन पर दिखने की बात करें तो यह मेक्सिको के प्रशांत तट माजातलान से शुरू होता है और उत्तर-पूर्व की ओर जाता है। टेक्सास से शुरू होकर यह 15 अमेरिकी राज्य होता हुआ कनाडा के करीब मेन तक जाएगा। गैर अल नीनो वर्षों को अगर देखें तो पता चलता है कि सबसे साफ आसमान की संभावना पथ के दक्षिण-पश्चिम भाग मैक्सिको और टेक्सास में होगी। उत्तर पूर्व में बढ़ने पर यह संभावना कम हो जाती है।
क्या है अल नीनो!
अल नीनो समुद्री सतह के तापमान में वृद्धि है जो हर दो से सात साल में होती है। साउथवेस्ट एयरलाइंस के मौसम विज्ञानी जॉन हचिंसन ने कहा कि अल नीनो मध्य प्रशांत महासागर में होने वाला दोलन है जो मुख्य रूप से इंडोनेशिया के गर्म पानी को अमेरिका के करीब तक ले जाता है। उनका कहना है कि यह पूरी दुनिया में हवा के बहाव का पैटर्न भी बदलता है। आमतौर पर इसका मतलब है कि दक्षिण में गीला और उत्तर में शुष्क मौसम।
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