हेलसिंकी। फिनलैंड के संसदीय चुनाव में रविवार को बेहद कड़े त्रिकोणीय मुकाबले में मुख्य रूढ़िवादी पार्टी ने जीत का दावा किया है और दक्षिणपंथी धड़ा दूसरे तथा प्रधानमंत्री सना मारिन की सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी तीसरे स्थान पर रही, जिससे मारिन की फिर से चुने जाने की उम्मीदों पर पानी फिर गया। एनसीपी रविवार शाम को सभी दौर की मतगणना के बाद जीत का दावा किया और 20.8 प्रतिशत वोट के साथ शीर्ष पर रही।
दक्षिणपंथी पॉपुलिस्ट पार्टी 20.1 प्रतिशत वोट के साथ दूसरे स्थान पर रही जबकि सोशलिस्ट डेमोक्रेटिक पार्टी 19.9 प्रतिशत वोट के साथ तीसरे स्थान पर रही। तीनों पार्टियों के 20 प्रतिशत के करीब वोट मिलने से कोई पार्टी अकेले दम पर सरकार गठन की स्थिति में नहीं है। देश के संसदीय चुनाव में 200 सीटों पर 22 दलों से 2,400 से अधिक उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे।
आज बनेगा नाटो का सदस्य
नाटो के प्रमुख जेंस स्टोल्नबटेर्ग ने कहा कि फिनलैंड मंगलवार को इस सैन्य गठबंधन का 31वां सदस्य बनेगा। स्टोल्नबटेर्ग ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘कल से फिनलैंड सैन्य गठबंधन का पूर्ण सदस्य होगा।’ नाटो की बैठक ब्रसेल्स में होगी और फिनलैंड की सदस्यता का समर्थन करने वाला अंतिम देश तुर्की अपने आधिकारिक दस्तावेज अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन को सौंपेगा। फिनलैंड को भी ऐसा करने के लिए आमंत्रित करेंगे। फिनलैंड का ध्वज शामिल करने के लिए ध्वजारोहण समारोह नाटो के मुख्यालय में मंगलवार अपराह्न में आयोजित किया जाएगा।
यूक्रेन मामले में सना की सराहना
यूक्रेन का मुखरता से समर्थन करने और उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) में शामिल होने के लिए राष्ट्रपति साउली निनिस्तो के साथ मिलकर फिनलैंड के आवेदन का सफलता-पूर्वक वकालत करने को लेकर यूरोप की सबसे कम उम्र की नेताओं में से एक मारिन (37) की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काफी सराहना हुई है।