अंतरिक्ष में ग्रहों की चाल पर नजर रखने वाले वैज्ञानिकों ने एक दुष्ट ग्रह के पृथ्वी से टकराने और हम सभी को मरने की संभावना की गणना की है। दुष्ट ग्रह वे होते हैं, जो बिना किसी निश्चित पथ के अंतरिक्ष में यहां-वहां घूमते रहते हैं। ये ग्रह किसी तारे के गुरुत्वाकर्षण से बंधे नहीं होते। इन्हें फ्री फ्लोटिंग ग्रह भी कहा जाता है। ये या तो किसी प्लेनेटरी सिस्टम के भीतर घुस सकते हैं या वहां से बाहर निकल सकते हैं। ये बाहर अपना प्लेनेटरी सिस्टम भी बना सकते हैं। यह ठीक से ज्ञात नहीं है कि अंतरिक्ष में कितने दुष्ट ग्रह घूम रहे हैं, हालांकि अकेले मिल्की वे में अरबों-खरबों हो सकते हैं।
टक्कर का अनुमान
टोरंटो विश्वविद्यालय के शोधकर्ता गैरेट ब्राउन ने बताया कि मैं अनुमान लगाऊंगा कि अगले 1,000 वर्षों में सौर मंडल के भीतर एक दुष्ट ग्रह के आने की आशंका एक अरब में एक होगी। यहां, मैं ‘सौर मंडल के भीतर आने’ को परिभाषित करता हूं। इसका अर्थ है कि हम दुष्ट ग्रह को इस तरह से देख सकते हैं कि जब हम इसे दूरबीन से देखेंगे तो यह नेप्च्यून या प्लूटो जैसा दिखेगा। एक दुष्ट ग्रह के पृथ्वी की कक्षा में घुसने का मौका 2000 में से एक होगा। इस कारण पृथ्वी की कक्षा बदल सकती है।
टक्कर का पृथ्वी पर क्या होगा असर
वैज्ञानिकों ने बताया है कि आशंका है कि दुष्ट ग्रह पृथ्वी सहित ब्रह्मांड में अन्य ग्रहों से टकरा सकते हैं। समान आकार या द्रव्यमान के दुष्ट ग्रह से सीधी टक्कर निश्चित ही पृथ्वी को नष्ट कर देगी। इस टक्कर से हमारी पृथ्वी कक्षा से बाहर जा सकती है। इससे पृथ्वी खुद ही दुष्ट ग्रह बन जाएगी। हालांकि, दूसरी धारण यह है कि पृथ्वी दुष्ट ग्रह न भी बने तो हम या तो सूर्य से दूर चले जाएंगे और बर्फ में जम जाएंगे या फिर सूर्य में समा जाएंगे और जल जाएंगे।
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