अजमेर। पूर्व शिक्षा मंत्री और अजमेर उत्तर के विधायक वासुदेव देवनानी अजमेर में आयोजित हुए राजस्थान मेगा जॉब फेयर को लेकर कहा कि ये रोजगार मेला पूरी तरह फेल रहा। युवा बेरोजगारों को रोजगार दिलाने के नाम पर केवल गुमराह किया गया। अगर सरकार को युवाओं को रोजगार देने की इतनी ही चिंता होती, तो पिछले साढ़े चार साल में अधिकांश भर्ती परीक्षाएं निपट जातीं और युवाओं को रोजगार मिल जाता। कांग्रेस सरकार युवाओं के वोट बटोरने की नीयत से इस तरह के जॉब फेयर लगा रही है।
युवाओं को गुमराह किया जा रहा है
देवनानी ने कहा कि जॉब फेयर में युवाओं को रोजगार दिलाने से ज्यादा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सहित कांग्रेसी मंत्रियों और नेताओं की दिलचस्पी भाषण देने और अपनी सरकार के झूठा गुणगान करने में रही। गहलोत और अन्य नेताओं ने युवाओं के सामने अपनी सरकार की तथाकथित उपलब्धियों के आंकड़े बढ़ा-चढ़ा कर पेश किए। अब चूंकि विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं तो युवाओं को रोजगार दिलाने के नाम पर गुमराह किया जा रहा है।
बेरोजगार भत्ते का वादा आज तक पूरा नहीं हुआ
देवनानी ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने बेरोजगारों को बेरोजगारी भत्ता देने का वादा किया था, जो आज तक पूरा नहीं हुआ है। अनेक भर्ती परीक्षाओं के पेपर लीक हो गए, कई भर्ती परीक्षाएं निरस्त हो गईं। कई परीक्षाओं के परिणाम अभी तक नहीं आए हैं और कइयों में इंटरव्यू भी शुरू नहीं हो पाए हैं। पेपर लीक का ताजा उदाहरण राजस्थान लोक सेवा आयोग है। आयोग के सदस्य को ही एसओजी ने पेपर लीक करने के आरोप में पकड़ लिया है।
कानून व्यवस्था तक नहीं संभाली जाती इनसे
देवनानी ने कहा कि जिस कांग्रेस के शासनकाल में भर्ती परीक्षाओं के पेपर तक निर्विध्न नहीं हो सकते, कानून-व्यवस्था संभाली नहीं जाती, महिलाओं और युवतियों की रक्षा नहीं की जाती, उससे युवाओं को रोजगार मिलने की उम्मीद करना पूरी तरह बेमानी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के युवा कांग्रेस सरकार की चाल को अच्छी तरह जानते और समझते हैं, इसलिए वह गुमराह नहीं होंगे।
देवनानी ने कहा कि युवा कांग्रेस सरकार की चाल को अच्छी तरह जानते और समझते हैं, इसलिए वह किसी भी झांसे में नहीं आएंगे। सरकार ने युवाओं को बहुत ज्यादा छला है, इसलिए युवा अगले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस सरकार को उखाड़ फेंकर इसका मुंहतोड़ जवाब देंगे।
( रिपोर्ट-नवीन वैष्णव)