वॉशिंगटन। अमेरिका के नॉर्थ कैरोलिना में 10 साल की बच्ची की शादी का मामला सामने आया है। शादी के 12 दिन बाद ही बच्ची की मौत हो गई। दरअसल, ये कहानी 10 साल की एमा एडवर्ड्स की है। जिसका ब्लड कैंसर से उसका निधन हो गया है। उसकी शादी करने के पीछे परिजनों ने उसकी ख्वाहिश पूरी करने की वजह बताई। जिसने भी यह कहानी सुनी, हर उस शख्स की जुबान पर एमा एडवर्ड्स का नाम है।
एमा के माता-पिता ने बताया कि उनकी बेटी को दुल्हन बनने का बहुत शौक था। डॉक्टर्स ने जब कह दिया कि एमा के पास बस चंद दिनों की ही सांसें बची हैं। ऐसे में हमने अपनी बेटी की आखिरी ख्वाहिश पूरी की। उसे दुल्हन बनाकर शादी पूरी रस्मों के साथ उसकी इच्छा पूरी कर दी। सोसाइटी-दोस्तों ने दिल खोलकर मदद की। हर काम डोनेशन से हुआ। बहुत यादें हैं और ये ताउम्र साथ रहेंगी।
एमा को जिंदगी ने सिर्फ 14 महीने ही दिए…
एमा की कहानी अप्रैल 2022 से शुरू होती है। वह अपने मां एलिना और पिता एरोन एडवर्ड्स के साथ नॉर्थ कैरोलिना राज्य के वॉलनट कोव में रहते थी। जब एक दिन वह अपने घर में खेलते वक्त अचानक बेहोश होकर गिर जाती है। उसे बेहोश देखकर उसके माता-पिता तुरंत हॉस्पिटल लेकर जाते हैं। वहां पर डॉक्टर उसके तमाम मेडिकल टेस्ट करते हैं, लेकिन जब एमा की रिपोर्ट्स सामने आती हैं तो उसके माता-पिता के पैरों तले जमीन खिसक जाती है। डॉक्टर उन्हें बताते है कि उनकी बिटिया को ‘लिम्फोब्लास्टिक ल्यूकेमिया’ है। यह एक तरह का ब्लड कैंसर ही है और ज्यादातर बच्चों को होता है। अक्सर, कम उम्र के बच्चे इस जानलेवा मर्ज का शिकार बनते हैं। 29 जून 2023 एमा भी इसी लाइलाज मर्ज के चलते इस दुनिया से हमेशा-हमेशा के लिए रुखसत हो गई।
एमा की मौत से पहले डॉक्टर्स ने पेरेंट्स को बताया कि उनकी बेटी के पास कुछ ही हफ्ते बचे है। बेटी की बीमारी के बारे में सुनकर परिजन हैरान रह गए। उन्हें एक पल के लिए लगा ही नहीं कि उनकी बेटी को इतनी भयानक बीमारी है। ऐसे में माता-पिता पूरी तरह टूट गए, उन्हें समझ ही नहीं आ रहा था कि वो अपनी बेटी की जान कैसे बचाए। वहीं डॉक्टरों ने साफ कह दिया था कि उसकी इस बीमारी का कोई इलाज नहीं है।
जून 2023 में मेयो क्लिनिक के डॉक्टर्स ने बताया कि एमा के पास चंद हफ्ते नहीं, बल्कि चंद दिन ही बचे हैं। बेटी की कुछ ही दिनों में मौत होने की खबर के बारे में एमा के माता-पिता के ठान लिया कि हम उसे जिंदगी भले ही नहीं दे सकते, लेकिन उसकी आखिरी ख्वाहिश जरूर पूरी करेंगे। उन्होंने एमा के दुल्हन बनने की ख्वाहिश पूरी की।
स्कूल में करना चाहती थी शादी, लेकिन…
एमा की मां कहती है कि उनकी बेटी बचपन से ही अक्सर कहती थी कि वो दुल्हन बनना चाहती है। वह शादी करना चाहती है। ऐसे में हमारी लिए यह मुश्किल था कि अपनी बेटी की शादी किससे कराएं। कोई भी यह करना नहीं चाहेगा। ऐसे में हमे बेटी के स्कूल के दोस्त डेनियल मार्शल क्रिस्टोफर विलियम्स का ख्याल आया। वह एमा का सबसे अच्छा दोस्त था और उसी की क्लास में पढ़ता था। एमा और हम उसे प्यार से उसे DJ कहकर पुकारते थे। DJ की फैमिली से भी हमारे बहुत अच्छे रिलेशन हैं। ऐसे में हमने DJ के पेरेंट्स से बात की।
दोनों परिवारों ने एमा की आखिरी ख्वाहिश पूरी करने के लिए नकली शादी का फैसला किया। टारगेट था कि चाहे कुछ भी करना पड़े, लेकिन दो दिन में यह काम हर हाल में पूरा करना है। एमा स्कूल में शादी करना चाहती थी। हमने स्कूल प्रशासन से इसको लेकर बात की, लेकिन वहां के एडमिनिस्ट्रेशन ने इसकी मंजूरी नहीं दी। इसके बाद हमने एक गार्डन में वेडिंग फंक्शन अरेंज किया गया। 100 से ज्यादा मेहमानों को न्योता दिया गया। 17 जून को एमा और उसके दोस्त DJ की शादी करवाई। इसके बाद एक उनके एक दोस्त ने बाइबिल का हिस्सा पढ़ा। DJ हमारा दामाद है। वो इस दुनिया का सबसे खूबसूरत और नेकदिल बच्चा है। वो सच में अपनी दोस्त से बहुत प्यार करता है।
बेटी के लिए ‘एमाज आर्मी’ के पोस्टर लगाए…
एमा ने भले ही इस दुनिया को अलविदा कह दिया हो, लेकिन उसकी मौत से पहले उसकी कहानी वॉलनट कोव में रहने वाले करीब-करीब हर शख्स तक पहुंच चुकी थी। यहां कुछ मशहूर कार रेसर भी रहते हैं। उन्होंने अपनी गाड़ियों पर ‘एमाज आर्मी’ लिखे स्टिकर लगाए। इन स्टिकर के लिए सेल लगाई गई और लोगों ने महंगे दाम पर इन्हें खरीदा भी। इसके अलावा कई लोगों ने काफी डोनेट भी किया।
एमा की मां बताती है कि हर बच्चा डिज्नीलैंड जाना चाहता है, वहां मस्ती करना चाहता है, लेकिन मेरी बेटी दुल्हन और पत्नी बनना चाहती थी। हमने उसकी ख्वाहिश पूरी कर दी। बेटी की शादी के बाद आखिरकार 29 जून 2023 को वह दिन आ ही गया जब अफसोस एमा ने इस दुनिया को अलविदा कर दिया।
क्या होता है लिम्फोब्लास्टिक ल्यूकेमिया…
एमा को जो बीमारी थी उसका नाम लिम्फोब्लास्टिक ल्यूकेमिया है। साधारण भाषा में समझे तो यह एक तरह का ब्लड कैंसर ही है और ज्यादातर बच्चों को होता है। अक्सर, कम उम्र के बच्चे इस जानलेवा मर्ज का शिकार बनते हैं। डॉक्टरों के मुताबिक, लिम्फोब्लास्टिक ल्यूकेमिया आमतौर पर बच्चों के बोनमैरो और ब्लड को खराब कर देता है। इनमें मौजूद सेल्स धीरे-धीरे खत्म होते चले जाते हैं और एक वक्त ऐसा भी आता है, जब मरीज के शरीर में इस बीमारी से लड़ने की ताकत खत्म हो जाती है। एमा ने भी इसी स्टेज पर आकर आखिरी सांस ली और दुनिया को अलविदा कह दिया….।
एमा के पेरेंट्स ने कहा कि भले ही हमारी बेटी अब जिंदा नहीं है, लेकिन उसकी एक और आखिरी ख्वाहिश जरूर पूरी कर दी और अब ये कहानी हर किसी की जुबान पर है। एमा की यादें आज भी हमें यह अहसास दिलाती है कि हमारी बेटी हमारे बीच मौजूद है। जब हमने एमा की नकली शादी की तो एक पल के लिए ऐसा लगा कि हमारी बेटी सचमुच में शादी है। वहीं हमारा दामाद DJ आज भी हमारी बेटी को याद करता है।