जयपुर। राजस्थान रोडवेज के बाद अब शिक्षा विभाग में भी कुर्की की कार्रवाई की गई है। यह कुर्की कॉलेज शिक्षा कमिश्नर के दफ्तर की होनी थी, लेकिन उनके कार्यालय पर ताला लगा होने के कारण पीए रूम और संस्थापन शाखा में कुर्की की कार्रवाई को अंजाम दिया गया। यह कार्रवाई स्पेशल सेल अमीन वाणिज्यिक न्यायालय जयपुर महानगर द्वितीय के अभयकांत शर्मा के निर्देशन में हुई है। इधर, कुर्की की कार्रवाई की सूचना मिलते ही शिक्षा संकुल में अन्य विभागों में कार्यरत कर्मचारी भी कॉलेज शिक्षा कमिश्नर कार्यालय की ओर पहुंचने लगे और मामला की जानकारी जुटाते दिखे।
बता दें कि यह पूरा मामला एडुकॉम्प सोल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड से जुड़ा है। इसमें फर्म ने वर्षों पूर्व कॉलेजों में कम्प्यूटर लगाने के साथ ही आईटी से जुड़ा कार्य किया था। लेकिन, कॉलेज शिक्षा आयुक्तालय की ओर से भुगतान नहीं किया गया। इसके बाद यह मामला अदालत में चला गया। जिस पर वर्ष 2021 में जस्टिस एनएन माथुर ने 8 करोड़ 89 लाख 61 हजार 383 रूपए का आर्बिट्रेशन अवार्ड पारित किया। लेकिन, कॉलेज शिक्षा विभाग की ओर से फर्म को यह राशि नहीं दी गई। इस पर स्पेशल सेल अमीन वाणिज्यिक न्यायालय जयपुर द्वितीय अभयकांत शर्मा ने कार्रवाई करते हुए पीए रूम और संस्थापन शाखा की 26 कुर्सी, 9 कम्प्यूटर और 5 प्रिंटर कुर्क कर कार्रवाई को अंजाम दिया।
14 फरवरी को दी थी अंडरटेकिंग
बता दें कि कुर्की के लिए न्यायालय की टीम 14 फरवरी को भी शिक्षा संकुल पहुंची थी। उस दौरान कॉलेज शिक्षा कमिश्नर की ओर से एक अंडरटेकिंग दी गई थी। जिसमें कहा गया था कि आगामी सात में अवार्ड राशि संबंधित फर्म को दे दी जाएगी। लेकिन, यह राशि अंडरटेकिंग अवधि में नहीं दी गई तो यह कुर्की की कार्रवाई की गई।
(रिपोर्टर: अरविंद पालावत)