low floor buse : जयपुर। गुलाबी नगरी की लाइफ लाइन माने जाने वाली लो-फ्लोर बस सेवा की 100 बसें बंद होने के बाद बिगड़ी व्यवस्था जल्द पटरी पर लौटेगी। जेसीटीएल के बाड़े में जल्द 300 नई बसें आएगी। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बसों को सर्विस मॉडल पर लेने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है। इसके तहत जयपुर, जोधपुर, अजमेर और कोटा में 500 नई बसों का संचालन शुरू होगा।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश के नगरीय क्षेत्रों में परिवहन सेवा को मजबूत करने के लिए कदम उठातेहुए बसों के संचालन के लिए 132.24 करोड़ रुपए के वित्तीय प्रावधान को भी स्वीकृति दी है। यह राशि राजस्थान परिवहन आधारभूत विकास निधि से उपलब्ध करवाई जाएगी। इसमें जयपुर सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विस लिमिटेड सहित जोधपुर, कोटा और अजमेर के लिए बसों की खरीद और संचालन किया जाएगा।
राजस्थान सिटी ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन का होगा गठन
राज्य सरकार द्वारा बजट घोषणा के अनुसार जयपुर, जोधपुर, अजमेर एवं कोटा सहित अन्य शहरी क्षेत्रों के लिए वर्तमान में गठित सिटी ट्रांसपोर्ट कम्पनियों को मिलाते हुए राजस्थान सिटी ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन का गठन भी किया जा रहा है। नई बसों की खरीद संचालन एवं अनुरक्षण संबंधित संवेदक द्वारा किया जाएगा। इसके लिए प्रति किलोमीटर व्यवहार्यता अंतर वित्त पोषण (वीजीएफ) राशि राजस्थान सिटी ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन द्वारा दी जाएगी। बसों के संचालन से आय भी कॉर्पोरेशन द्वारा ही संग्रहित होगी।
जयपुर में मात्र 200 लो फ्लोर बसों का संचालन
बीते दिनों जेसीटीएसएल की बोर्ड बैठक में एक साल में 1 हजार बसें खरीदने का प्रस्ताव पारित किया था। इसमें से मार्च तक 100 इलेक्ट्रिक बसें खरीदी जानी थीं, लेकिन मंजूरी नहीं मिलने के कारण फाइल आगे नहीं बढ़ पाई। ऐसे में नई बसों का संचालन नहीं हो सका। दरअसल जेसीटीएल की 100 कंडम बसों को मार्च 2013 में खरीदा गया था। दिसंबर 2019 के समय पब्लिक ट्रांसपोर्ट में 408 बसें संचालित थीं, लेकिन बीते चार वर्षो में नई बसों की खरीद नहीं होने और कंडम बसों के बाहर होने के कारण लगातार बसों की संख्या कम हो रही है। 31 मार्च तक जयपुर शहर में 300 बसों का संचालन हो रहा था, लेकिन 1 अप्रैल से मात्र 200 बसों का ही संचालन हो रहा है। इसके कारण 6 रूटों पर बसों से बसें बंद की, वहीं 24 रूटों पर बसों को कम कर संचालन का समय बढ़ाया गया है।