Sanjay Raut On Samna : संजय राउत एक बार फिर ED की रडार पर चढ़ चुके हैं। दरअसल संजय राउत ED की हिरासत में है। आज उनकी हिरासत का आखिरी दिन है। ऐसे में उनका लिखा एक लेख शिवसेना के मुखपत्र साना में छपा है। उनका आर्टिकल सामान के साप्ताहिक कॉलम में ‘रोकटोक’ के नाम पर छपा है। ईडी अब इस मामले की जांच करेगी कि क्या संजय राउत ने यह लेख हिरासत के दौरान लिखा है?
हिरासत में रहते हुए लेख लिखने पर मनाही
दरअसल ED के अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया है कि हिरासत में रहते हुए कोई भी किसी तरह का आलेख नहीं कर सकता है। इसके लिए अदालत भी अनुमति नहीं देता है। बता दें कि संजय राउत ( Sanjay Raut ) के लिखे लेख ‘रोकटोक’ में ED, राज्यपाल के महाराष्ट्र में गुजराती-राजस्थानी वाले बयान पर तीखे शब्द लिखे गए हैं। इस कॉलम में ED पर आरोप लगाते हुए लिखा गया है कि ED की कार्रवाई से राज्य में कई तरह के उद्योगों पर ताला लग गया है। मराठी व्यापारियों पर तमाम तरहकी जांच चल रही है।
दूसरी तरफ शिवसेना का कहना है कि रोकटोक आर्टिकल संजय राउत( Sanjay Raut ) के स्टाफ ने लिखा है। क्यों कि वो उऩका स्टाफ है इसलिेए आर्टिकल में नाम संजय राउत और उनकी फोटो लगाई गई है। यह लेख संजय ने खुद नहीं लिखा है।