बाड़मेर रेलवे स्टेशन पर खड़ी बाड़मेर- ऋषिकेश एक्सप्रेस ट्रेन में आज सुबह 7 बजे नवजात बच्चा कंबल में लिपटा मिला। रोने की आवाज सुन एक पैसेंजर ने रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) को सूचना दी। बच्चे की मां और परिजन को तलाश किया गया लेकिन वे नहीं मिले। सूचना मिलने पर रेलवे अधिकारी और आरपीएफ टीम मौके पर पहुंची। रेलवे मेडिकल टीम को भी बुलाया। बच्चे को बाड़मेर में जिला हॉस्पिटल के मातृ शिशु कल्याण केंद्र में भर्ती करवाया गया है।
जानकारी के अनुसार आज सुबह 5 बजे बाड़मेर-ऋषिकेश ट्रेन (14888) प्लेटफॉर्म नंबर 1 पर आई। सुबह 7 बजे ट्रेन में यात्री सवार हो रहे थे। तब एस-4 कोच से बच्चे के रोने की आवाज आई। एक यात्री ने कोच में चढ़कर चेक किया तो साइड लोअर बर्थ नंबर-71 पर कंबल में लिपटा नवजात मिला।
यात्री ने कोच में बच्चे की मां या परिवार के सदस्य को तलाश किया, लेकिन वहां कोई नहीं मिला। यात्री ने वहां मौजूद कॉन्स्टेबल भीमाराम पूनड़ को लावारिस बच्चा मिलने की सूचना दी। कॉन्स्टेबल ने स्टेशन मास्टर और आरपीएफ को इसके बारे में सूचना दी। आरपीएफ ने भी बच्चे के माता-पिता व परिजन की तलाश की। बच्चे के माता-पिता या परिजन नहीं मिले तो उसे हॉस्पिटल में भर्ती करा दिया।
बाड़मेर-ऋषिकेश एक्सप्रेस ट्रेन बाड़मेर से सुबह 8:30 बजे रवाना होकर बालोतरा, जोधपुर, बीकानेर होते हुए हरिद्वार और ऋषिकेश पहुंचती है। डॉक्टर हरीश चौहान का कहना है कि बच्चे का जन्म 24 घंटे के अंदर ही हुआ है। फिलहाल उसे ऑक्सीजन पर रखा है और हालत नाजुक है।
डॉक्टर का कहना है कि फिलहाल नवजात की हालत नाजुक बाड़मेर जिला हॉस्पिटल के शिशु वार्ड के डॉ. हरीश चौहान ने बताया- सुबह जब आरपीएफ पुलिस बच्चे को हॉस्पिटल लाई तो यहां रेजिडेंट डॉक्टर श्याम सिंह भाटी थे। प्रारंभिक इलाज करके एनआईसीयू (नवजात शिशु गहन चिकित्सा इकाई) वार्ड में बच्चे को शिफ्ट किया। उन्होंने बताया- नवजात शिशु लड़का है। इसका जन्म 24 घंटे के अंदर ही हुआ है। वजन 2.2 किलो है।