Borwell Accident: राजस्थान के दौसा जिले के बांदीकुई में दो साल की एक बच्ची बोरवेल में गिर गई है. बांदीकुई में बच्ची के बोरवेल में गिरने की सूचना पर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है.हालांकि आसमान से बरस रही बारिश से रेस्क्यू करने में प्रशासन को दिक्कतें आ रही है. 600 फिट गहरा बोरवेल होने से भी कैमरा भेजकर 2 साल की नीरू की मूवमेंट का पता लगाया जा रहा है.
बोरवेल में फंसी 2 साल की नीरू की जिंदगी की जंग जारी है. रेस्क्यू टीम ने अंदर कैमरा भेजकर बच्ची का मूवमेंट पता किया है, लेकिन बारिश से रेस्क्यू में दिक्कतें बढ़ गई हैं. नीरू को बचाने के लिए रेस्क्यू टीम हर संभव प्रयास कर रही है, लेकिन समय की हर सेकंड महत्वपूर्ण है. ऐसे में अब अजमेर से रेस्क्यू टीम को बांदीकुई बुलाया गया है. अभी तक 18 फिट बोरवेल की खुदाई की जा चुकी है. परिजन और हर जिलेवासी नीरू की सलामती की दुआएं करते नजर आ रहे है.
नीरू को पहुँचाई ऑक्सीजन
घटना दौसा जिले के बांदीकुई के जोधपुरिया गांव की है. यहां खेलते-खेलते दो साल की बच्ची नीरू बोरवेल में गिर गई. बच्ची के बोरवेल में गिरने की सूचना पुलिस व प्रशासन को दे दी गई है. जिसके बाद मौके पर पहुंची टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया है. हालांकि रेस्क्यू कर यह पता लगाया जा चुका है कि नीरू की अभी भी सांसे चल रही है. दौसा प्रशासन द्वारा भेजे गए कैमरे से नीरू बोरवेल में हलचल करती आ नजर आ रही है. बोरवेल पाइप के जरिए नीरू को ऑक्सीजन पहुंचाया गया है जिससे वह आसानी से सांस ले सके.
600 फिट गहरा है बोरवेल,अभी तक 18 फिट हुई खुदाई
अभी तक रेस्क्यू ऑपरेशन के जरिए जेसीबी की मदद करीब 18 फीट की खुदाई की जा चुकी है. हालांकि बारिश के कारण प्रशासन को रेस्क्यू करने में दिक्कत आ रही है. रेस्क्यू में लगे अधिकारियों ने बताया कि पाइप के जरिए बच्ची के पास ऑक्सीजन पहुंचाई जा रही है. इसके अलावा अजमेर से एनडीआरएफ की टीम को बांदीकुई रेस्क्यू के लिए बुलाया गया है. स्थानीय लोगों ने बताया कि बोरवेल में गिरी बच्ची नीरू के पिता राहुल गुर्जर प्राइवेट नौकरी करते हैं.
करीब 25-30 फिट के बीच फंसे होने की आशंका
दौसा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक लोकेश सोनवाल ने मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा कि बोरवेल लगभग 600 फीट गहरा है और बच्चा लगभग 20 से 25 फीट के आसपास अटका हुआ है. पहली नजर में नीरू अभी तक जिंदा है. जिला प्रशासन लगातार राहत एवं बचाव के कार्य में जुटा हुआ है. हालांकि बारिश रेस्क्यू ऑपरेशन में बाधा उत्पन्न कर रही है. इसके बचाव के लिए प्रयास किए जा रहे है.