जयपुर, 20 अक्टूबर। प्रदेशवासियों को अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाएं आसानी से मिले इसके लिए प्रदेश सरकार की तरफ से आईपीडी टॉवर का निर्माण किया जा रहा है। यह एसएमएस अस्पताल से संबद्ध है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के इस विजन कि किसी भी प्रदेशवासी को स्वास्थ्य सुविधाओं से वंचित न होना पड़े, एक-एक बेड के लिए इधर-उधर न भटकना पड़े, के साथ इस महत्वपूर्ण पहल को मंजूरी दी कि पैसे के अभाव में एक भी व्यक्ति गुणवत्तापूर्ण उपचार से वंचित नहीं हो। सरकारी अस्पताल में ही उसे दुनिया का बेहतरीन उपचार मिले। उनकी यह परिकल्पना अब तेजी से धरातल पर साकार हो रही है। एसएमएस अस्पताल के संबद्ध इस आईपीडी टॉवर का काम निर्धारित समयावधि में पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है।
एसएमएस अस्पताल का भार होगा कम
प्रदेशवासियों के साथ-साथ यहां मिलने वाली चिकित्सा सुविधाओं का लाभ 5 पड़ोसी राज्यों से आने वाले मरीजों को भी मिलेगा। सवाई मानसिंह अस्पताल के अतिरिक्त निदेशक डॉ. प्रदीप शर्मा ने बताया कि अस्पताल में प्रतिदिन औसतन 9 हजार से ज्यादा लोग आउटडोर में उपचार के लिए आते हैं तथा करीब 500 लोगों को उपचार के लिए भर्ती किया जाता है। इसी प्रकार करीब 30 हजार जांचें की जाती हैं। इस प्रकार इस अस्पताल पर मरीजों का भार अत्यधिक है। इसके चलते भर्ती होने वाले मरीजों को बैड मिलने की समस्या बनी रहती है। साथ ही आउटडोर में भी रोगियों की संख्या अधिक होने से उपचार में समय लगता है। आईपीडी टॉवर के निर्माण से इस समस्या का समाधान हो सकेगा।
1243 बेड, 100 ओपीडी रजिस्ट्रेशन काउंटर, 10 ओटी एयर एम्बुलेंस की भी होगी सुविधा
सवाई मानसिंह अस्पताल में वर्तमान में बैड की संख्या 2 हजार 461 ओपीडी काउंटर 25 तथा ऑपरेशन थियेटर 18 हैं। साथ ही 8 माइनर ऑपरेशन थियेटर हैं। आईपीडी टॉवर के बनने से 1 हजार 243 बैड की अतिरिक्त क्षमता उपलब्ध होगी। इसमें 10 नए ऑपरेशन थियेटर, 4 कैथलैब तथा ओपीडी रजिस्ट्रेशन काउंटर 100 होने से मरीजों को गुणवत्तापूर्ण उपचार मिल सकेगा और भीड़-भाड़ से निजात मिलेगी। साथ ही सवाई मानसिंह चिकित्सालय का भार कम हो सकेगा। आईपीडी टॉवर का निर्माण अत्याधुनिक तरीके से किया जा रहा है। इसमें एयर एंबुलेंस के लिए हैलीपेड, विश्व स्तरीय मोर्चरी सहित अन्य कई हाईटेक सुविधाएं उपलब्ध होगी। यहां मेडिकल मार्टेयर मेमोरियल भी बनाया जाएगा।
प्रथम चरण में उपलब्ध होंगे 1100 बेड
जयपुर विकास प्राधिकरण के आयुक्त रवि जैन ने बताया कि एसएमएस हॉस्पिटल में करीब 588 करोड़ रूपए की लागत से आधुनिक तकनीक से आईपीडी टॉवर का निर्माण किया जा रहा है। प्रथम चरण का कार्य तेजी से चल रहा है। प्रथम चरण में टॉवर की 12वीं मंजिल तक का निर्माण एवं हैलीपैड बनाए जाने का काम किया जा रहा है। यह चरण पूरा होने पर टॉवर में 1100 बैड की क्षमता उपलब्ध हो जाएगी। साथ ही कार्डियोलॉजी संस्थान का कार्य पूर्ण कर अस्पताल का संचालन प्रारम्भ किया जायेगा। वर्तमान में बेसमेंट फाउंडेशन तैयार हो रहा है। पहले चरण का कार्य आगामी 20 महीनों में पूरा किया जाएगा। शेष निर्माण कार्य द्वितीय चरण में किया पूरा होगा, जिसमें 12 महीने का समय लगेगा। कार्य पूरा होने पर अस्पताल में विश्व स्तरीय चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
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