जयपुर : बढ़ती जनसंख्य़ा का असर अब शहर के ट्रैफिक सिस्टम पर भी पड़ने लगा है। इस समस्या को सुलझाने के लिए JDA लगातार कोशिश कर रहा है। JDA की शहर को सिग्नल फ्री बनाने की कवायद जारी है। इसी क्रम में अब जयपुर में पहला स्टील केबिल ओवरब्रिज का काम शुरू हो रहा है। इसका डीपीआर लगभग फाइनलस हो चुका है अब इसी साल अक्टूबर में इसका काम शुरू हो जाएगा। इसके साथ ही जेएलएन मार्ग स्थित ओटीएस चौराहे को सिग्नल फ्री जंक्शन बनाया जाएगा।
आपको बता दें कि जयपुर ( Jaipur ) में बनने वाला स्टील केबिल ओवर ब्रिज एक तरह से हैंगिग ब्रिज की तरह दिखेगा। इसे ओटीएस सर्किल पर ही तैयार किया जाएगा। अभी इसका डिजाइन बनाया जा रहा है। जिसके फाइनल होते ही टेंडर जारी कर दिया जाएगा। जिसके 2-3 महीनों बाद काम शुरू हो जाएगा। जेडीए के आयु्क्त रवि जैन का कहना है कि शहर को सिग्नल फ्री करने के तहत यह कार्य किया जा रहा है। जेएलएन मार्ग ( JLN Road) पर ट्रैफिक का सबसे ज्यादा दबाव रहता है। इसलिए यहां पहले स्टील केबिल ओवरब्रिज तैयार किया जाएगा। जबकि जलधारा और ओटीएस परिसर के पास दो क्लोवर लीफ बनाए जाएंगे। इस प्रोजेक्ट का लगात लगभग 150 करोड़ रुपए आंकी गई है।
उन्होंने बताया कि मालवीय नगर रेलवे ओवरब्रिज से गांधी सर्किल की ओर आने-जाने वाले ट्रैफिक के लिए ओटीएस चौराहे पर यह ब्रिज बनाया जाएगा। आरएएस क्लब पुलिया की तरफ से आने वाल ट्रैफिक के लिए ओटीएस परिसर की तरफ एक क्लोवर लीफ बनाया जाएगा। वहीं सूचना आयोग की ओर जाने वाले ट्रैफिक जो ओटीएस पुलिया की तरफ जेएलएन मार्ग पर जाना चाहता है उसके लिए जलधारा के पास क्लोवर लीफ बनाई जाएगी।
आपको बता दें कि स्टील केबिल ब्रिज में पुलिया के नीचे पुलर नहीं लगाए जाएंगे। बल्कि बड़े स्पान को दो पिलर पर खड़े किए जाएंगे। केबिल स्टैंड के जरिए हुक किए जाएंगे। इसके चलते इस ब्रिज पर ज्वाइंट्स भी सामान्य ओवरब्रिज या एलिवेटेड रोड के मुकाबले कम होंगे। इनके नीचे खुली जगह भी ज्यादा होगी। इसेक नीचे एक गैलरी तैयार की जा सकती है।