जयपुर। प्रदेश के बीकानेर में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के पति रॉबर्ट वाड्रा पर जमीन की अवैध तरीके से खरीद-फरोख्त का मामला तूल पकड़ रहा है। इसे लेकर आज भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि सीएम अशोक गहलोत ने सिर्फ गांधी परिवार के दामाद को खुश करने के लिए गैरकानूनी तरीके से गरीब किसानों के जमीन रॉबर्ट वॉड्रा को दे दी। उनकी मंशा तो यह है कि नहीं खाता न बही..जो सोनिया गांधी कहें, वही सही।
राहल गांधी अपने परिवार के सदस्य की संलिप्तता पर क्या कहेंगे
सतीश पूनिया ने पने आवास पर प्रेस कांफ्रेंस करते हुए कहा कि रॉबर्ट वॉड्रा पर जमीनी मामले के इतने केस दर्ज हैं कि उन्हें अब जमीन माफिया कहा जाए तो गलत नहीं होगा। सीएम को पब्लिक डोमेन में भी जनता ने स्प्ष्ट जवाब दिया था कि यहां भ्रष्टाचार हो रहा है। राहुल गांधी यहां यात्रा लेकर आए थे। मैंने उनसे कई सवाल भी पूछे थे। लेकिन उन्होंने एक के भी जवाब नहीं दिए। अब मैं उनसे पूछता हूं कि इस मामले में जिसमें आपके परिवार के सदस्य की सीधे-सीधे संलिप्तता सामने आ रही है। उसमें आप क्या कहेंगे। अगर यह मामला गलत है तो आप अपनी सफाई में क्या कहेंगे। हाईकोर्ट ने इस मामले को हाईलाइट ही किया है। कोर्ट भी इस मामले में गंभीर है।
कांग्रेस का इतिहास घोटालों से भरा हुआ
सतीश पूनिया ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि इस देश में लंबे समय तक कांग्रेस ने शासन किया है। साल 2014 में जनता ने इसे पहचाना और कांग्रेस की भ्रष्ट नीति, अराजकता, जातिवाद, सांप्रदियकता, छद्म धर्मनिरपेक्षता देखकर कांग्रेस को नकार दिया और देश के नक्शे से ही हटा दिया। उन्होंने कहा कि सैंकड़ों ऐसे ही मामले हैं जो इतिहास में भ्रष्टाचार के नाम पर दर्ज हो गए हैं। थोड़ा पहले जाकर देखें तो नेहरू-गांधी परिवार इस भ्रष्टाचार में शामिल है। नेहरू के मंत्रिमंडल में मेनन जब रक्षा मंत्री थे। तब से घोटाले होने शुरू हुए। बोफोर्स घोटाला, दवा घोटाले, स्पेक्ट्रम, कोलगेट घोटाला समेत एक लंबी फेहरिस्त है। जिसमें कॉमनवेल्थ घोटाला भी शामिल है। बोफोर्स घोटाले में तो मनमोहन सरकार तक घेरे में आ गई थी। राजस्थान में जब-जब कांग्रेस की सरकार रही कोई न कोई घोटाले से वह जुड़ी रही।
राजस्थान के किसानों की जमीन अवैध तरीके से हड़पी गई
पूनिया ने कहा कि हिंदुस्तान की जनता के सब्र की सीमा तब टूटती है। जब नेहरू-गांधी परिवार के दामाद रॉबर्ट वॉड्रा जमीन घोटाले में सामने आया था। जब जांच में इसका कनेक्शन सीधे उन्हीं से निकला तो यह मुद्दा हाईकोर्ट में गया। इसकी जब चर्चा शुरू हुई तो गांधी परिवार की ओर से कोर्ट में इस मामले को खारिज करने और निरस्त करवाने की कोशिश की। लेकिन हाईकोर्ट ने उनकी अपील को निरस्त कर सुनवाई जारी रखने का आदेश दिया। इसका सीधा सा संदेश है रॉबर्ट वॉड्रा परिवार की सीधे-सीधे संलिप्तता इसमें है। राजस्थान के किसानों की जमीनों को हड़पने की कोशिश की गई है। यह मामला ऐसा है कि आटे में नमक नहीं बल्कि नमक में आटा है।
सीएम गहलोत ने गांधी परिवार को खुश रखने के लिए कानून को ताक पर रखा
पूनिया ने कहा कि रॉबर्ट वॉड्रा की स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी इनकी मां और इनकी ही कंपनी है। हाइकोर्ट ने इसपर भी ऑब्जर्वेशन का आदेश दिया है। सीएम अशोक गहलोत ने दामाद को खुश करने के लिए गलत तरीके से यह जमीन स्काई लाइट कंपनी को दी। उनकी मंशा ऐसी है न खाता न बही जो सोनिया गांधी कहे वही सही। कांग्रेस की चाटूकारिता की पराकाष्ठा है ये जो कांग्रेस राम को कभी मानते भी नहीं थे। उनके नेता सलमान खुर्शीद आज राहुल गांधी को राम की तुलना कर रहे है। कांग्रेस का चरित्र चाटूकारिता का, भ्रष्टाचार का और राम का अस्तित्व को नहीं मानने का है। पूनिया ने सीधा सवाल किया कि सीएम गहलोत और कांग्रेस पार्टी, राहुल गांधी इस मामले पर क्या समाधान करेंगे कि क्या जिन किसानों की जमीने पकड़ी गई हैं, क्या उन्हें वापस की जाएगी?
ये है जमीन से जुड़ा पूरा मामला
बता दें कि बीकानेर के कोलायत में जमीन की अवैध तरीके से खरीद-फरोख्त को लेकर रॉबर्ट वाड्रा का नाम सामने आया है। हाईकोर्ट ने रॉबर्ट वाड्रा और उनकी मां मौरीन वाड्रा के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के मामले को खारिज करने की याचिका को खारिज कर दिया है। लेकिन दोनों की गिरफ्तारी पर रोक भी लगाई है। इस मामले की जांच ED यानी प्रवर्तन निदेशालय कर रहा है। ED रॉबर्ट वाड्रा के नाम पर स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी कंपनी के पार्टनर्स के खिलाफ जांच कर रही है जिसमें रॉबर्ट वॉड्रा का नाम भी सामने आया था।
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