सरदारशहर उपचुनाव का बिगुल बज चुका है। इसके लिेए दोनों मुख्य पार्टियां भाजपा और कांग्रेस ने अपने-अपने उम्मीदवारों को भी मैदान में उतार दिया है। भाजपा की तरफ से अशोक पिंचा तो कांग्रेस ने अनिल शर्मा को अपना उम्मीदवार बनाया है। अशोक पिंचा ने तो आज सरदारशहर में प्रदेश के मुख्य नेताओं के साथ अपना नामांकन भी दाखिल कर दिया है। तो कल अनिल शर्मा अपना नामांकन भरेंगे। आज भाजपा ने सरदारशहर उपचुनाव के लिए स्टार प्रचारकों की लिस्ट जारी की है। इनमें वसुंधरा राजे, सतीश पूनिया के साथ ही राजेंद्र राठौड़ के साथ ही 40 नाम और शामिल हैं।
इनमें सतीश पूनिया, वसुंधरा राजे, गुलाबचंद कटारिया, राजेंद्र राठौड़, अरुण सिंह, विजय राहतकर, ओमप्रकाश माथुर, भूपेंद्र यादव, गजेंद्र सिंह शेखावत, चंद्रशेखर, अर्जुनराम मेघवाल, कैलाश चौधरी, राजेंद्र गहलोत, कनकमल कटारा, सीपी जोशी, अल्का सिंह गुर्जर, मदन दिलावर, भजनलाल शर्मा, दिया कुमारी, मुकेश दाधीच, मधुरम चौधरी, किरोड़ीलाल मीणा, घनश्याम तिवारी, पंकज गु्प्ता, हिमांशु शर्मा, अल्का मूंदड़ा, कैलाश मेघवाल, प्रभुलाल सैनी, राहुल कासवान, नरेंद्र खींचड़, धर्मवीर पुजारी,रामगोपाल सुथार, रामसिंह कासवान, अभिनेष महर्षि, बिहारीलाल बिश्नोई, बलवीर लूथरा, निर्मल कुमावत, हरलाल सरन, मोहन मोरवाल शामिल हैं।
दिलचस्प होगा सरदारशहर का मुकाबला
बता दें कि 62 वर्षीय अशोक पिंचा जैन समाज से आते हैं और उनका सरदारशहर में एक बड़ा मेडिकल स्टोर है। सरदारशहर के पिंचों की बास में उनका निवास है। अशोक पिंचा जनसंघ के जमाने से पार्टी और विचारधारा से जुड़े। साल 2008 के विधानसभा चुनाव में अशोक पिंचा सरदारशहर सीट से खड़े हुए थे। उनके सामने कांग्रेस के दिवंगत भंवरलाल शर्मा मैदान में उतरे थे। उस वक्त अशोक पिंचा ने 9 हजार 774 वोटों से यह चुनाव जीत लिया था। उस वक्त भंवरलाल शर्मा को 64 हजार 128 वोट तो अशोक पिंचा को 73 हजार 902 मत मिले थे।
अनिल शर्मा vs अशोक पिंचा
अशोक पिंचा की तरह अनिल शर्मा भी राजनीति के पक्के खिलाड़ी माने जाते हैं। अनिल शर्मा साल 1995 में सरदारशहर नगरपालिका के चेयरमैन बने थे। साल 2000 से लेकर 2018 तक वे सरदारशहर कांग्रेस ब्लॉक के अध्यक्ष भी चुके हैं। इसके बाद साल 2022 तक उन्होंने राजस्थान कांग्रेस के शहरी निकाय प्रकोष्ठ के उपाध्यक्ष का पद भी संभाला। इसीके बाद वे राजस्थान राज्य आर्थिक पिछड़ा वर्ग बोर्ड के चेयरमैन बने।