जयपुर। प्रदेश मे अवैध खनन करने वालों के खिलाफ सरकार ने सख्त एक्शन में हैं। इन तीन दिनों में ही 195 मामलों में कार्रवाई हुई। इनमें करीब 200 अवैध खनन करने वाले वाहन पकड़ गए वहीं करीब 70 लाख रुपए की वसूली की गई।
कार्रवाई में जयपुर जोन अव्वल
अतिरिक्त मुख्य सचिव माइंस एवं पेट्रोलियम डॉ. सुबोध अग्रवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि राज्य के माइंस विभाग ने अवैध खनन गतिविधियों के खिलाफ 11 नवंबर से चलाए गए तीन दिन के विशेष अभियान में राज्यभर में कार्रवाई की गई। सबसे ज्यादा मामले जयपुर जोन से आए और यहीं से सबसे ज्यादा वसूली की गई।
एसीएस सुबोध अग्रवाल ने बताया कि 10 जनवरी को स्टोनमार्ट के उद्घाटन सत्र के दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा था कि राज्य सरकार अवैध खनन के प्रति गंभीर होने के साथ ही निरंतर अभियान चलाकर इस पर रोक लगाने के प्रयास कर रही है। प्रदेश में वैध खनन को बढ़ावा देने और अवैध खनन के खिलाफ कार्यवाही की चर्चा करने के साथ ही सुरक्षित माइनिंग व खनन कार्य में लगे श्रमिकों के स्वास्थ्य के प्रति भी सरकार गंभीर है। मुख्यमंत्री गहलोत के निर्देश के साथ ही विभाग एक्शन मोड पर आ गया और तत्काल प्रभाव से पुलिस अधीक्षकों से समन्वय बनाते हुए तीन दिवसीय विशेष अभियान चलाने का निर्णय किया गया। इस अभियान के दौरान अवैध भण्डारण के 4 मामले सामने आए हैं तो अवैध खनन के जरिए निकाल गए 523 टन खनिज को जब्त किया है।
प्रदेश में 8 एफआईआर व दो गिरफ्तारी
डीएमजी नायक ने बताया कि अभियान के दौरान जयपुर जोन में अतिरिक्त निदेशक बीएस सोढ़ा, जोधपुर और उदयपुर जोन में महेश माथुर और कोटा मे महावीर मीणा के मार्गदर्शन में अभियान संचालित किया गया। उन्होंने बताया कि अवैध खनन गतिविधियों के खिलाफ अभियान के बाद भी नियमित कार्यवाही जारी रहेगी।
जानकारी के मुताबिक जयपुर, अलवर, सीकर, झुंझुनूं, दौसा और टोंक में 46 कार्यवाही करते हुए 2 कंप्रेसर, एक पोकलेन मशीन सहित 56 वाहन जब्त किए गए हैं। जयपुर में सर्वाधिक 8 लाख 77 हजार रुपए से अधिक का जुर्माना वसूला गया है। कोटा भरतपुर एसएमई अविनाश कुलदीप के नेतृत्व में 33 मामलों में 34 वाहन जब्त करने के साथ ही 10 लाख से अधिक का जुर्माना वसूला गया है। जोधपुर और उदयपुर में अतिरिक्त निदेशक महेश माथुर के नेतृत्व में कार्रवाई की गई।