जयपुर। आज कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव में वोटिंग के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मीडिया से युवा नेताओं को लेकर बयान दिया था जिस पर पूरे दिन से राजनीति चल रही है। अब उनकी ही सरकार में मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने इस बयान को लेकर सीएम को घेरा है। उन्होंने कहा कि खुद अशोक गहलोत पार्टी अपने समय में युवावस्था में ही सीएम बने थे वो भी तब जब पार्टी में कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे। तो फिर आज क्यों उनके सुर बिगड़े हुए हैं। गुढ़ा ने परसराम मदेरणा और शिवचरण माथुर का जिक्र करते हुए कहा कि क्या वे राजस्थान के सीएम नहीं बन सकते थे,लेकिन अशोक गहलोत ने उन्हें साइड किया और खुद सीएम बन गए।
गुढ़ा यही नहीं रुके उन्होंने कहा कि युवावस्था में अशोक गहलोत ने अच्छा काम किया था जिससे वह जनता की नजरों में आ गए थे। लेकिन वे आज के युवा नेताओं पर इस तरह का आरोप लगा रहे हैं। लेकिन पार्टी में दूसरे नेताओं की उन्होंने नजरअंदाज किया और अपने पक्ष में ही एक लाइन का प्रस्ताव पास कराया। तो फिर आज वे कैसे कह सकते हैं कि आज के युवा नेताओं में सब्र नहीं है उन्हें ऊंचे ओहदे की चाह है।
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गहलोत ने दिया था ये बयान
अशोक गहलोत ने कहा कि युवा हमारी पार्टी से नाराज नहीं है। बल्कि युवा तो हमसे जुड़ना चाहते हैं और जुड़ भी रहे हैं। जो लोग छोड़कर गए हैं वो अवसरवादी लोग हैं। उन्हें दूसरी पार्टी में चांस मिल गया केंद्रीय मंत्री बनने के लिए। उन्हें सब्र नहीं है। कम उम्र में ही वे बड़े ओहदे पर पहुंचना चाहते हैं। उन्होंने ज्योतिरादित्य सिंधिया, आरपीएन सिंह, जितिन प्रसाद का नाम लेकर कहा कि जब मैं इंदिरा गांधी के कार्यकाल के समय वे डिप्टी मिनिस्टर बने थे। तब इन लोगों को राज्य मंत्री बनाय़ा था। इससे बड़ा आशीर्वाद और क्या हो सकता है। इतनी कम उम्र में इन्हें अच्छे पद मिले फिर भी ये पार्टी छोड़कर जा रहे हैं।
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