जयपुर। राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के नतीजों के बाद चारों तरफ छात्र-छात्राओं में खुशी का माहौल है, सभी लोग अपने-अपने नंबरों को लेकर अब आगे की तैयारी कर रहे हैं। कुछ माता-पिता का सपना पूरा करने के लिए आगे बढ़ चुके हैं। लेकिन एक ऐसा भी परिवार है जिसकी बेटी के 91% नंबर आने के बावजूद वे खुशी नहीं मना रहे हैं, खुशी मनाने की जगह वे रिजल्ट आने पर आंसू बहा रहे हैं। दरअसल जिस बेटी ने इतने शानदार नंबरों के साथ अपने माता-पिता और परिवार का सिर फख्र से ऊंचा किया है वो बेटी ही इस दुनिया में नहीं है। परिवार के पास अब बेटी से जुड़ी यादें हैं और उसकी कड़ी मेहनत का फल।
90 प्रतिशत अंक लाने की बात कहती थी गुंजन
यह व्यथा है बूंदी के कापरेन कस्बे की रहने वाली 17 साल की गुंजन मराठा के माता-पिता की। गुंजन अब इस दुनिया में नहीं है। गुंजन ने इस बार 12वीं की परीक्षा दी थी। बीते गुरुवार को नतीजे आए तो गुंजन की मां गायत्री बाई अपनी बेटी की मार्कशीट सीने से लगाए रोने लगीं थीं। गुंजन के पिता मुकेश मराठा पथराई आंखों से बस बेटी की मेहनत का परिणाम देख रहे थे। गुंजन ने 12वीं में 91 प्रतिशत अंक हासिल किए हैं। एग्जाम से पहले अपने माता-पिता से कहती थी, बहुत मेहनत कर एग्जाम दिया है, देखना 90 प्रतिशत नंबर लाऊंगी। लेकिन जब उसका रिजल्ट आया तो वो ही इसे देखने के लिए नहीं रही।
एक्सीडेंट में हुई थी गुंजन की मौत
एग्जाम से लेकर इसके रिजल्ट तक ऐसा हुआ गुंजन के साथ ये बताते हुए गुजंन की मां बेहद भावुक हो जाती हैं। आंखों से बहते आंसुओं को बार-बार पोछते हुए बताती हैं कि उनकी बेटी गुंजन बेहद होशियार थी। वो अच्छी शिक्षा लेकर IAS बनना चाहती थी। लेकिन 23 अप्रैल के दिन उनके जीवन में भूचाल आ गया। गुंजन अपनी एक दोस्त के साथ स्कूटी से कोचिंग से वापस घर आ रही थीं। रास्ते में तेज रफ्तार में आ रहे ट्रैक्टर ने उन्हें टक्कर मार दी।
टक्कर लगते ही गुंजन स्कूटी से नीचे जमीन पर गिर गई थी। ट्रैक्टर उसे कुचलते हुए चला गया। उसकी दोस्त को भी चोटें आई। गंभीर रूप से घायल होने पर गुंजन को कोटा रेफर कर दिया गया। लेकिन वहां पर उसकी मौत हो गई। गुंजन के 12वीं के रिपोर्ट कार्ड के बारे में बताएं तो उसे हर सब्जेक्ट में शानदार अंक मिले हैं। हिंदी विषय में 100 में 85, अंग्रेजी विषय में 100 में 93, फिजिक्स में 100 में 92, कमेस्ट्री में 100 में 85, गणित में 100 में 100 अंक मिले हैं।