जयपुर। जयपुर कमिश्रनेट के सुभाष चौक थाना इलाके में एक व्यक्ति ने मंत्री सहित छह लोगों पर परेशान करने का आरोप लगा फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना सोमवार सुबह करीब 9 बजे बाद की है। सुसाइड करने से पहले व्यक्ति ने अपने मोबाइल से वीडियो बनाया और मौत को गले लगाने से पहले उसे अपने बेटे-बेटी के मोबाइल पर सेंड कर दिया। वीडियो में जलदाय मंत्री महेश जोशी सहित कुल 6 लोगों पर परेशान करने का आरोप लगाया है। पुलिस ने बताया कि मृतक राम प्रसाद मीणा गिरधारी जी के मंदिर के पास कंवर नगर चांदी की टकसाल का रहने वाला है।
मंदिर के पीछे मकान बना रहा था। आरोप है कि इस मकान निर्माण को लेकर नगर निगम हेरिटेज हवामहल जोन की तरफ से 12 अप्रैल को नोटिस जारी कर इसके निर्माणाधीन मकान को सील कर दिया गया और गार्ड बैठा कर काम करने से रोक दिया गया था। इसके बाद रामप्रसाद ने घर के पास ही जहां वह अपने पिता रामकिशोर मीणा के साथ चाय की थड़ी लगाता है। उसके सामने स्थित ट्रांसपोर्ट कंपनी के गोदाम में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इसके बाद मौके पर स्थानीय लोगों के साथ भाजपा के पदाधिकारियों ने धरना दे दिया और परिजनों ने देर रात तक शव को फंदे से नहीं उतारने दिया।
वीडियो में इन लोगों पर आरोप
फं दा लगाने से पहले राम प्रसाद ने मोबाइल से खुद का वीडियो बनाया। इसमें वह कह रहा है कि मेरा नाम रामप्रसाद मीणा है। मुझे और मेरे परिवार को टॉर्चर किया जा रहा है। टॉर्चर करने वालों में गिरधारी जी का मंदिर 339 राजामल का तालाब चांदी की टकसाल का संचालक देवेंद्र शर्मा, ललित शर्मा, होटल रॉयल शेरेटन के मालिक राकेश टांक, मुनजी टांक, देव अवस्थी, लालचंद देवनानी और कैबिनेट मंत्री महेश जोशी है। किरोड़ी लाल से निवेदन करता हूं कि मेरे परिवार को इंसाफ दिलवाए। थानाधिकारी सुभाष चौक रामफूल ने बताया हिमांशु देवनानी सहित आठ लोगों की नामजद और 2 अन्य के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
घटनास्थल बैठी रही बेटी
मृतक की बेटी सुबह से ही घटनास्थल पर बैठी रही और शव को नहीं उतारने दिया। शाम को भाजपा नेता मौके पर पहुंचे और मृतक के आश्रितों को सरकारी नौकरी व मुआवजा देने की मांग की। वहीं राज्य सभा सांसद किरोडी लाल मीणा ने कहा कि सरकार के मंत्री से परेशान होकर एक गरीब आदमी को आत्महत्या का कदम उठाना पड़ा है। जलदाय मंत्री ने आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि इस तरह के आरोप कोई भी लगा सकता है।
शिकायत पर की कार्रवाई
जानकारी के अनुसार इस मामले में निगम की ओर से इस प्लॉट की फाइल गुम होने को लेकर एफआईआर दर्ज कराई हुई है। मालिकाना हक को लेकर जांच लोकायुक्त में चल रही है। लोकायुक्त ने निगम से जब फाइल मांगी तो निगम कार्यालय में फाइल नहीं मिली। इसके बाद निगम ने एफआईआर दर्ज करवाई। उधर, हवामहल जोन के डीसी दिलीप शर्मा ने कहा कि ललित कुमार मंदिर महंत ने 24 व 27 मार्च को निगम में शिकायत दर्ज करवाई थी। इसमें कहा था कि किराएदार राम किशोर बिना अनुमति के निर्माण कर रहा है। इससे हेरिटेज का स्वरूप खराब हो रहा है। नोटिस देकर निर्माण बंद करने और 3 दिन में स्वामित्व के दस्तावेज प्रस्तुत करने को कहा गया था।