जयपुर। राजस्थान में ओल्ड पेंशन योजना का जिक्र होने के बाद कांग्रेस पार्टी ने हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में OPS के वादे को पूरा किया और सरकार ने लागू किया। वहीं कांग्रेस के डेटा एनालिटिक्स विभाग के चेयरमैन प्रवीण चक्रवर्ती ने एक अखबार के इंटरव्यू में कहा है कि इसका सीधा समर्थन करना एक खराब अर्थनीति ही नहीं बल्कि बुरी राजनीति का भी प्रतीक है। आने वाले दिनों में लोकसभा चुनाव जैसे ही नजदीक आ रहे है वैसे ही मुद्दों की तैयारी जारी है। विधानसभा चुनावों को साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनावों के सेमीफाइनल पारी के तौर पर देखा जा रहा है।
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ऐसा माना जा रहा है की विधानसभा चुनाव अगले साल में होने वाले लोकसभा चुनाव की तस्वीर करेंगे साफ। यही वजह है की कांग्रेस पार्टी विधानसभा चुनाव में उन मुद्दों को तवज्जो दी जा रही है जो राष्ट्रीय स्तर पर पार्टी उठाएगी। आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारी को लेकर पार्टी पांच राज्यों में ओल्ड पेंशन योजना को बड़ा मुद्दा बनाने की तैयारी मे लगी हुई है। कांग्रेस पार्टी के आर्थिक मामलों के जानकार , राहुल गांधी के करीबी और कांग्रेस के डेटा एनालिटिक्स विभाग के चेयरमैन प्रवीण चक्रवर्ती इसके विरोध में एक के बाद एक कई पत्र लिखकर इसकी आलोचना कर चुके हैं।
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हिमाचल प्रदेश चुनाव की जीत के बाद पार्टी ने OPS को बड़ा मुद्दा बनाया और लागू किया। वहीं इसके ठीक विपरीत प्रवीण चक्रवर्ती ने एक अखबार को दिए इंटरव्यू में कहा है कि इसका सीधा समर्थन करना एक खराब अर्थनीति ही नहीं बल्कि बुरी राजनीति का भी प्रतीक है। कर्नाटक चुनाव की जीत के बाद भी उन्होंने फिर इस मुद्दे पर अख़बार के इंटरव्यू में आलोचना की। ऐसे में सवाल यह कड़े होते है है जिस OPS को पार्टी दो चुनावी राज्यो में ला चुकी है और कैसे OPS के पिच पर चुनाव लड़ेगी?
कनिका कटियार दिल्ली