आज सीकर के खाचरियावास में राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री और देश के पूर्व उपराष्ट्रपति भैरों सिंह शेखावत का स्मृति दिवस मनाया गया था। जिसमें केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी,नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, अध्यक्ष सीपी जोशी,सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत, उपनेता प्रतिपक्ष सतीश पूनिया, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे समेत कई नेता और पदाधिकारी शामिल हुए थे। इस कार्यक्रम सभी ने कार्यक्रम को संबोधित किया लेकिन वसुंधरा राजे ने अपने भाषण में अशोक गहलोत को उस बात का जवाब भी दे दिया जिसमें उन्होंने कहा था कि उन्होंने साल 2020 में उनकी सरकार बचाने में मदद की थी।
इलाज कराने जब विदेश गए थे बाबोसा
वसुंधरा राजे ने कहा कि भैरों सिंह शेखावत एक बार बीमार पड़ गए थे। उन्हें इलाज के लिए विदेश ले जाया गया था। तब उनकी सरकार गिराने की कोशिश की गई थी। कांग्रेस की तरफ से एक अलग ही ऑपरेशन उनकी सरकार गिराने को चल रहा था लेकिन कांग्रेस को करारा झटका लगा उनका ऑपरेशन पूरी तरह से विफल हो गया।
राजे ने कहा कि शेखावत ऐसे नेता थे जो सभी विधायकों का सम्मान करते थे उनकी हौसला अफजाई करते थे। यहां तक कि जो भी विधायक विधानसभा में अच्छा बोलता था और अच्छा भाषण दे देता था वह उस दिन सभी विधायकों को लड्डू मंगा कर खिलाते थे। ऐसा नेता कहां मिलेगा जो दोनों दलों के नेताओं से संबंध रखता हो और उसकी हर कोई सराहना भी होती हो।
सीएम गहलोत ने दिया था बयान
बता दें कि सीएम अशोक गहलोत ने बयान दिए थे कि वसुंधरा राजे, कैलाश चौधरी, शोभा रानी कुशवाहा ने 2020 में उनकी सरकार बचाने में मदद की थी ठीक उसी तरह जिस तरह मैंने भैरों सिंह शेखावत कि बीमार होने के टाइम पर उनकी सरकार बचाने में मदद की थी। उस समय कांग्रेस पार्टी उनकी सरकार गिराने क का ऑर्परेशन चला रही थी लेकिन मैंने यह कहकर इसे रोक दिया कि कोई आदमी बीमार है और आप उसके पीठ पीछे इस तरह का काम कर रहे हैं। उसी लाइन पर वसुंधरा राजे जी भी चली है तो इसमें क्या गलत है।
वसुंधरा ने दिया था जवाब
अशोक गहलोत की वसुंधरा राजे पर दिए गए इस बयान को लेकर पूरे प्रदेश में जमकर राजनीति हुई। दोनों पार्टियों के नेता एक दूसरे पर इस मुद्दे को लेकर आरोप-प्रत्यारोप लगाते रहे। वसुंधरा राजे ने भी इस मामले को लेकर अशोक गहलोत को जवाब दिया था। जिसमें उन्होंने कहा था की अशोक गहलोत झूठ बोल रहे हैं। अपनी हार को देखते हुए वे कुछ भी बोल रहे हैं।