जयपुर। कोटा में छात्रों की बढ़ती आत्महत्या ने एक बार फिर सभी का ध्यान अपनी ओर खींच लिया है। रविवार को दो छात्रों ने आत्महत्या कर अपनी जीवन लीला को समाप्त कर लिया। इसके बाद जिला कलेक्टर ने कोचिंग सेंटरों को 2 महीने स्टेट लेने पर रोक लगा दी है। इसी के साथ अब हर हफ्ते एक बार फन क्लास लगाने के आदेश भी जारी किए गए है।
फन क्लास लगाना अनिवार्य
बुधवार को सुबह और शाम की पारी के बाद कोचिंग सेंटरों पर एक घंटे की फन क्लास लगाना अनिवार्य कर दिया है। इस फन क्लास में छात्रों के मनोरंजन के लिए गतिविधियां करवाई जाएगी। सीएम द्वारा गठित राज्य स्तरीय कमेटी 1 सितंबर को कोटा जाएगी। कमेटी के सदस्य कोचिंग सेंटरों का दौरा कर छात्रों से मुलाकात करेंगे।
रविवार को दो छात्रों ने की आत्महत्या
रविवार को भी दो छात्रों ने आत्महत्या कर ली। रविवार की शाम करीब 5 बजे के करीब लातूर (महाराष्ट्र) निवासी आविष्कार संभाजी कासले ने अपने कोटा स्थित कोचिंग इंस्टीट्यूट की छठी मंजिल से कूदकर खुदकुशी कर ली। वहीं, शाम 7 बजे कुन्हाड़ी में कोचिंग छात्र आदर्श ने अपने कमरे में फंदे पर लटक कर आत्महत्या कर ली। आदर्श बिहार के रोहिताश्व जिले का रहने वाला था।
कोटा कलेक्टर ने दिए थे यह निर्देश
कोटा कलेक्टर ओपी बुनकर की अध्यक्षता में हाल ही में जिला स्तरीय समिति की बैठक का आयोजन किया गया था। इसमें कई पुलिस अधिकारी के साथ कोचिंग संस्थान और हॉस्टल संचालक भी मौजूद थे। जिलाधिकारी ने कहा कि बच्चे कोचिंग सेंटरों और अपने हॉस्टल के कमरों में लगातार पढ़ाई करने के कारण आराम नहीं कर पाते है।
रविवार की छुट्टी को लेकर पहले भी निर्देश जारी किये गये थे। शनिवार को बैठक के दौरान बुनकर ने कोचिंग संचालकों से कहा कि रविवार को कोई टेस्ट नहीं होगा। इसके अलावा कोचिंग सेंटरों को हर हफ्ते मोटिवेशनल सेशन आयोजित करने के निर्देश भी दिए गए थे।