टोंक। राजस्थान के टोंक जिले के सदर थानाक्षेत्र स्थित अहमदपुरा चौकी गांव में बिजली निगम की लापरवाही एक परिवार पर कहर बनकर टूटी। करीब 15 दिन पहले तेज अंधड़ में टूटे हुए ट्रांसफार्मर से जुड़े तारों में करंट दौड़ने से बड़ा हादसा हो गया। करंट की चपेट में आने से दो युवकों की झुलसने से मौत हो गई, जबकि 3 घायल हो गए।
एक की हालत गंभीर होने पर वह आईसीयू और एक सामान्य वार्ड में भर्ती हैं। वहीं दो लोगों को हल्की चोट लगी है। हादसे की सूचना मिलते ही सीओ सिटी सलेह मोहम्मद मौके पर पहुंचे। वहीं ग्रामीणों और परिजनों ने बिजली विभाग पर लापरवाही और मौके पर जाकर जायजा नहीं लेने का आरोप लगाया। पुलिस द्वारा मृतकों का पोस्टमार्टम कराने के बावजूद परिजनों ने शव नहीं लेने पर अड़ गए। आखिरकार निगम के अधीक्षण अभियंता ने अस्पताल पहुंचकर जांच दल गठित कर परिवार को मुआवजा देने का आश्वासन दिया।
जानकारी के अनुसार, सोमवार सुबह अहमदपुरा चौकी स्थित गांव में खेत में काम करते समय करंट की चपेट में आने से सोनू मीना (19) और दिलकुश मीना (22) की मौत हो गई। वहीं, इन दोनों को बचाने में सोनू के पिता महावीर मीना (45) और अर्जुन मीना (50) गंभीर रूप से झुलस गए। जिन्हें टोंक के जिला सआदत अस्पताल करवाया। गांव में हादसा होने पर परिजन और ग्रामीण अस्पताल पहुंचे। परिजनों ने बिजली निगम कर्मियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए मृतकों का शव लेने से इंकार कर दिया। मामले की जानकारी मिलने पर पूर्व विधायक अजित सिंह मेहटा ने अस्पताल की मोर्चरी पहुंचकर अधीक्षण अभियंता को बुलाने पर अड़ गए और विद्युत विभाग पर मुकदमा दर्ज कराने की मांग की। इधर, अस्पताल में परिजनों और ग्रामीणों के हंगामा की सूचना पर सीओ सिटी सलेह मोहम्मद पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने हर संभव कार्रवाई का आश्वासन दिया है। करीब 2 घंटे बाद विद्युत निगम के अधीक्षण अभियंता पीएस मीणा ने मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने का आश्वासन और जांच की बात कही।
आंधी में टूटा था ट्रांसफार्मर…
ग्रामीणों और परिजनों ने विद्युत विभाग के अधिकारियों पर लापरवाही के गंभीर आरोप लगाए हैं। ग्रामीणों ने बताया कि पिछले 15-20 दिन पूर्व आए तेज अंधड़ में खेत पर लगा ट्रांसफार्मर टूटकर गिर गया था। साथ ही उससे जुड़ी विद्युत लाइन के तार भी टूटकर जमीन पर गिर गए थे। लगातार विद्युत विभाग के अधिकारियों से शिकायत की जा रही थी, लेकिन अधिकारियों ने कोई कार्रवाई नहीं की। उसी का नतीजा है कि दो लोगों की जान चली गई। परिजनों ने दोषी विद्युत विभाग के अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की है। डीएसपी सलेह मोहम्मद ने परिजनों की रिपोर्ट पर बिजली निगम के लापरवाही बरतने वालों पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
दो लोगों की मौत का जिम्मेदार आखिर कौन…?
हैरान करने वाली बात यह है कि बिना पोल और ट्रांसफार्मर की मरम्मत किए बिजली विभाग ने बिजली चालू कैसे कर दी। क्या बिजली विभाग पूरे मामले में पर्दा डालने की कोशिश कर रहा है। हादसे के बाद सीओ सिटी सलेह मोहम्मद मौके पर पहुंचे और हालात का जायजा लिया। अब बिजली विभाग की लापरवाही के बाद जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई क्या होती है।
(इनपुट-भूपेंद्र कुमार)