जयपुर। पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह के बेटे अनिरुद्ध ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर विदेशी जमीन पर देश का अपमान करने का आरोप लगाया। साथ ही राज्य में पार्टी की सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि उसे जनता की समस्याओं से कोई सरोकार नहीं है। उन्होंने ट्वीट किया कि वह (राहुल गांधी) बौखला गए हैं, जो दूसरे देश की संसद में अपने देश का अपमान करते हैं या शायद वह इटली को अपनी मातृभूमि मानते हैं। राहुल गांधी के ब्रिटेन में दिए गए उस बयान जिसमें उन्होंने कहा था कि भारतीय जनता पार्टी हमेशा के लिए सत्ता में नहीं रहने वाली पर प्रतिक्रिया देते हुए अनिरुद्ध ने ट्वीट किया कि ‘क्या वह भारत में यह सब बकवास नहीं बोल सकते हैं? या वह आनुवंशिक रूप से यूरोपीय मिट्टी को पसंद करते हैं?’
अनिरुद्ध कांग्रेस नेता सचिन पायलट के करीबी हैं क्योंकि उन्होंने ट्विटर पर दिए गए परिचय में स्वयं को सचिन पायलट के विचारों को मानने वाला बताया है। उनके पिता विश्वेंद्र ने भी 2020 में राजनीतिक संकट के दौरान पायलट के साथ अशोक गहलोत की सरकार के खिलाफ बगावत की थी। उस समय मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया था कि कांग्रेस के भीतर एक गुट उनकी निर्वाचित सरकार को गिराने की कोशिश कर रहा है। संकट के बाद विश्वेंद्र सिंह को पर्यटन मंत्री के पद से हटा दिया गया था और आलाकमान से बातचीत के बाद उन्हें फिर से राज्य मंत्रिमंडल में बहाल कर दिया गया था।
लगातार कांग्रेस नेताओं पर हमले
यह पहला मौका नहीं है। जब अनिरुद्ध सिंह ने किसी कांग्रेस नेता के खिलाफ कमेंट किया हो। वह लंबे समय से कांग्रेस और उसके नेताओं के खिलाफ कमेंट करते रहे हैं। उनके बीजेपी में जाने की अटकलें भी हैं। अनिरुद्ध बाकी कांग्रेस नेताओं के खिलाफ बयानबाजी करते हैं, लेकिन सचिन पायलट के समर्थन में लगातार सक्रिय रहते हैं। उन्होंने अपने ट्वीटर बायो में भी राजस्थान के मुद्दों पर खुद को सचिन पायलट स्कूल ऑफ थॉट का समर्थक लिखा हुआ है।
वीरांगनाओं का भी समर्थन
अनिरुद्ध ने पुलवामा हमले के शहीद जवानों के परिवार के साथ राज्य की कांग्रेस सरकार के व्यवहार पर भी टिप्पणी की। शहीदों के परिजन अनुकंपा के आधार पर सरकारी नौकरी, शहीद की मूर्ति स्थापित करने सहित अन्य मांगों को लेकर भाजपा सांसद किरोड़ी लाल मीणा के साथ धरना दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह हमेशा के लिए जारी रहेगा। कांग्रेस पार्टी को ऐसे मामलों की परवाह नहीं है। उन्हें लगता है कि ये मामले उनके इतालवी संचालकों को परेशान करने के लिए बहुत तुच्छ हैं! विश्वेंद्र सिंह ने अपने बेटे अनिरुद्ध की टिप्पणी पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।