जयपुर। राजस्थान में हुए पेपर लीक मामलों को लेकर भजनलाल सरकार लगातार एक्शन मोड में है। एसओजी की जांच में सामने आया है कि राजधानी जयपुर के जागृति विद्या मंदिर सीनियर सेकेंडरी स्कूल से ही तीन-तीन भर्ती परीक्षाओं कांस्टेबल, सीएचओ और हाई कोर्ट लिपिक भर्ती परीक्षा के पेपर लीक हुए थे। एक ही स्कूल से तीन-तीन बड़ी परीक्षाओं के पेपर लीक में भूमिका सामने आने के बाद अब प्रशासन ने उस पर बुलडोजर चलाने की तैयारी शुरू कर दी है।
जयपुर के निवारू रोड पर स्थित जिस स्कूल से तीन-तीन बड़ी परीक्षाओं के पेपर लीक हुए वह स्कूल कांग्रेस नेता मंजू शर्मा के बेटे धीरज शर्मा का है। एसओजी इन तीनों पेपर लीक मामलों में चार्जशीट भी पेश कर चुकी है। अब नगर निगम को पत्र भेज कर स्कूल के निर्माण नक्शे को लेकर जानकारी मांगी है। सूत्रों के मुताबिक राज्य सरकार के निर्देशों पर अब जल्द ही इस स्कूल पर बुलडोजर चलाया जा सकता है।
एक ही सेंटर से हुए कई पेपर लीक
प्रदेशभर में 10 नवंबर 2020 को सीएचओ भर्ती परीक्षा आयोजित हुई थी। जागृति विद्या मंदिर सीनियर सेकेंडरी स्कूल में भी इस परीक्षा का सेंटर रखा गया था। एसओजी को शिकायत मिली कि सीएचओ भर्ती परीक्षा का पेपर इसी स्कूल से लीक हुआ। परिवाद मिलने के बाद एसओजी ने जांच शुरू की। जब सेंटर से जमा हुए अनयूज्ड पेपर की जांच की गई तो खुलासा हुआ कि परीक्षा केंद्र पर 18 अनयूज्ड पेपर में दो की टेस्ट बुकलेट खोली गई थी। इस मामले में कुल 69 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
एलडीसी भर्ती परीक्षा में भी पेपर लीक हुए
राजस्थान हाई कोर्ट की एलडीसी भर्ती परीक्षा 2020 का पेपर लीक होने के तार भी जागृति विद्या मंदिर सीनियर सेकेंडरी स्कूल से जुड़े हैं। राजस्थान हाई कोर्ट की एलडीसी भर्ती की लिखित परीक्षा 13 मार्च 2021 को हुई थी। जागृति विद्या मंदिर सीनियर सेकेंडरी स्कूल में भी इस परीक्षा का सेंटर रखा गया था। इस एग्जाम में दौसा की कोतवाली थाना इलाके में योगेंद्र मीना नामक युवक की जगह जवाहर नगर निवासी मोहित परीक्षा देता पकड़ा गया था। पुलिस की चेकिंग के दौरान छात्र के मोबाइल से एलडीसी पेपर के स्क्रीनशॉट मिले थे।
एसओजी की जांच में सामने आया कि एलडीसी परीक्षा के यह पेपर झोटवाड़ा स्थित दिवाकर पब्लिक स्कूल स्कूल से लीक हुए थे। अधिकारियों के अनुसार, एसओजी की जांच में सामने आया कि जागृति विद्या मंदिर सीनियर सेकेंडरी स्कूल के संचालक धीरज शर्मा ने एलडीसी परीक्षा के पेपर वहां से खरीद कर स्टूडेंट में वितरित किए थे। यह पेपर 4 से 5 लाख रुपए में अभ्यर्थियों को बेचे गए। पुलिस ने स्कूल संचालक के खिलाफ मामले में चार्जशीट पेश कर दी है। मामले में अब तक 31 लोगों की गिरफ्तारी की जा चुकी है।
राजस्थान पुलिस भर्ती परीक्षा में पेपर लीक हुआ
एसओजी जांच में सामने आया कि राजस्थान पुलिस भर्ती परीक्षा में द्वितीय परीक्षा का पेपर 14 मई 2022 लीक हो गया था। दूसरी पारी में होने वाली परीक्षा के प्रश्न पत्र और उत्तर के पन्ने व्हाट्सएप पर वायरल हुए थे। इनमें से सात का जवाब बॉल पेन से लिखा गया था। राजस्थान पुलिस भर्ती परीक्षा में पेपर लीक होते ही टीसीएस कंपनी ने प्रश्न पत्र की सीरीज के आधार पर पेपर लीक के चार संभावित सेंटर पाए गए।
एसओजी की जांच में सामने आया कि दिवाकर पब्लिक स्कूल, झोटवाड़ा के स्ट्रॉन्ग रूम से यह पेपर निकाले गए थे। इन पेपर को जागृति विद्या सीनियर सेकेंडरी स्कूल के संचालक धीरज शर्मा लेकर आए और स्टूडेंट्स को बेच दिया। एसओजी की जांच में यह आरोप प्रमाणित पाए गए। मामले में अब तक 25 लोग गिरफ्तार हो चुके हैं।
वेरिफिकेशन बिना सौंप दी एग्जाम करवाने की जिम्मेदारी
प्रदेश में प्रतियोगी परीक्षाओं के आयोजन की जिम्मेदारी बिना वेरिफिकेशन किए स्कूल को सौंप दी गई। जिसके चलते बार-बार एक ही सेंटर से पेपर लीक हुए। पहली बार स्वास्थ्य विभाग की ओर से जागृति विद्या मंदिर सीनियर सेकेंडरी स्कूल को कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर (सीएचओ) की भर्ती परीक्षा करवाने की जिम्मेदारी दी गई थी। इसके बाद यह सिलसिला यहां नहीं रुका, दो पेपर लीक होने के बाद स्कूल को तीसरा पेपर करवाने की अनुमति भी मिल गई।
तीन पेपर लीक, लेकिन स्कूल पर नहीं हुई कार्रवाई
नियमानुसार पेपर लीक करवाने पर संबंधित पेपर लीक माफिया की अवैध संपत्तियों पर बुलडोजर चलाने की कार्रवाई की जाती है। लेकिन, जागृति विद्या मंदिर सीनियर सेकेंडरी स्कूल से तीन पेपर लीक होने पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसके विपरीत रीट पेपर लीक मामले में रामकृपाल मीणा की भूमिका सामने आते ही प्रभावी कार्रवाई दर्शाने के लिए अवैध जमीन पर कब्जा कर बने एस.एस. पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल को ध्वस्त कर दिया गया था।
एसओजी के एडीजी वीके सिंह ने बताया कि इस भर्ती में स्कूल संचालक धीरज शर्मा द्वारा खुद पेपर लीक में शामिल होने की भूमिका का पता चला है। नगर निगम से जागृति विद्या मंदिर सीनियर सेकेंडरी स्कूल के नक्शे के बारे में जानकारी मांगी है। स्कूल से तीन से अधिक परीक्षाओं के पेपर लीक के मामले सामने आए हैं। नकल माफियाओं पर जल्द ही सख्त से सख्त कार्रवाई किया जाना प्रस्तावित है। जिससे लोग स्टूडेंट्स के भविष्य से खिलवाड़ करने की हिम्मत न करें।
स्कूल मालिक बोले-आरोप गलत, बेटे को फंसाया
वहीं इस मामले को लेकर स्कूल के मालिक राजेंद्र शर्मा ने कहा कि हमारे बेटे धीरज शर्मा का स्कूल से पेपर लीक करने के मामले में नाम आया था और उसे गिरफ्तार किया गया था। राजनीतिक विरोधियों और पुलिस ने धीरज पर जो आरोप लगाए वह पूरी तरह से गलत हैं। फिलहाल, नगर निगम की ओर से स्कूल के नक्शे के वेरिफिकेशन के लिए अभी तक कोई नोटिस नहीं मिला है।