(पंकज सोनी) : जयपुर। भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों की कमी से जूझते राजस्थान में पहली बार मुख्य सचिव उषा शर्मा सहित 34 अफसरों को अतिरिक्त भार संभालना पड़ रहा है। प्रदेश में आईएएस संवर्ग की प्राधिकृत पद संख्या 313 है। वर्तमान में प्रदेश संवर्ग में मार्च, 2023 तक 241 अधिकारी मौजूद है। उनमें से 22 अधिकारी केन्द्रीय प्रतिनियुक्ति पर है। यानि प्रदेश की योजनाओं को लागू करने का जिम्मा 222 आईएएस अधिकारियों के ऊपर है। चुनावी वर्ष होने के कारण सरकार की तरफ से एक के बाद एक लोक लुभावनी योजनाओं का ऐलान किया जा रहा है।
ऐसे में अफसरों कमी के चलते अधिकारियों पर वर्क लोड बढ़ रहा है। इसका असर सरकारी योजनाओं की मॉनिटरिंग, समय पर पूरा करने, बेहतर प्रदर्शन पर भी पड़ता है। जनता को भी इन स्कीम का पूरा लाभ नहीं मिल पाता है। हालात यह है कि एक-एक आईएएस के पास कई विभागों का चार्ज है। कई अफसरों को एक से अधिक पद भी संभालने पड़ रहे हैं। मुख्य सचिव शर्मा के पास प्रदेश की अफसरशाही की मुखिया होने के साथ माइंस एंड मिनरल लिमिटेड उदयपुर का चार्ज है।
6 एसीएस के पास अतिरिक्त विभागों के चार्ज
सरकार के छह एसीएस के अपने विभागों के अलावा अन्य विभागों को संभालने का जिम्मा है। वन एवं पर्यावरण विभाग के एसीएस शिखर अग्रवाल के पास चार अतिरिक्त विभागों का चार्ज हैं। वहीं एसीएस अखिल अरोड़ा के पास वित्त के अलावा दो विभागों के और पंचायतीराज, ग्रामीण विकास एवं खाद्य विभाग के एसीएस अभय कुमार के पास भी दो अतिरिक्त विभागों का चार्ज है।
इसके अलावा राजस्व बोर्ड अध्यक्ष राजेश्वर सिंह, राजस्व विभाग की एसीएस अपर्णा अरोड़ा और एसीएस साइंस व टेक्नॉलोजी विभाग संदीप वर्मा के पास एक-एक अतिरिक्त विभाग का चार्ज है। इनके अलावा सामाजिक न्याय अधिकारिता विभाग के सेक्टरी समित शर्मा, अजमेर संभागीय आयुक्त बनवारीलाल और सेक्टरी फायनेंस नरेश कुमार ठकराल के पास अपने विभाग के अलावा दो-दो अन्य विभागों का भी चार्ज है।
इनके पास है अतिरिक्त विभाग का चार्ज
श्रेया गुहा, दिनेश कुमार, हेमंत गेरा, गायत्री राठौड़, कृष्ण कुणाल, भवानी सिंह देथा, नीरज के पवन, गौरव गोयल, रेणु राजपाल, कन्हैयालाल स्वामी, हर्देश कु मार, मेघराज सिंह, टीकम चंद, मनीषा अरोड़ा, पुखराज सैन, श्रुति भारद्वाज, अंजलि राजोरिया, ओमप्रकाश बैरवा, प्रताप सिंह, मंजू, रोहिताश्व सिंह तोमर, सौम्या झा, महेंद्र खड़ावत के पास अपने विभाग के अतिरिक्त एक-एक विभाग का चार्ज है।
राजस्थान में ज्यादा कमी
राजस्थान में एक करोड़ की आबादी में 39 पद आवंटित है, इसके विपरीत हरियाणा में एक करोड़ लोगों पर 77 आईएएस के पद आवंटित हैं। पंजाब में भी 77 पद आवंटित हैं। मध्यप्रदेश में 52 और तमिलनाडु में 49 पद आवंटित है। देश के जिन तीन राज्यों में तय काडर से 100 पदों से ज्यादा की कमी है, उनमें राजस्थान तीसरे स्थान पर है। उत्तरप्रदेश में 208, बिहार में 123 और राजस्थान में 109 अफसरों की कमी मानी जाती है।
ये खबर भी पढ़ें:-Weather Updates : तापमान बढ़ते ही जारी हुआ प्रदेश में बारिश का अलर्ट