जयपुर। राष्ट्रीय महिला आयोग ने धरियावद प्रकरण में पुलिस की त्वरित कार्रवाई के लिए प्रशंसा की है। प्रतापगढ़ जिले के धरियावद थाना क्षेत्र के एक गांव में महिला को निर्वस्त्र कर घुमाने के मामले की जांच करने पहुंची आयोग की टीम ने पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक कर मामले की जानकारी लेने के उपरांत मीडिया से बात करते हुए पुलिस कार्रवाई की जमकर तारीफ की।
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय महिला आयोग ने राजस्थान के प्रतापगढ़ की महिला के ट्विटर पोस्ट पर स्वतः संज्ञान लेते हुए एक जांच समिति का गठन किया गया है। समिति के अध्यक्ष के रूप में राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य डेलिना खोंगडुप और काउंसलर शालिनी सिंह की एक टीम प्रतापगढ़ पहुंचो। टीम ने जिला कलेक्टर इंद्रजीत यादव व पुलिस अधीक्षक अमित कुमार सहित अधिकारियों के साथ बैठक कर मामले की जानकारी ली।
इस बैठक के उपरांत मीडिया से बात करते हुए श्रीमती खोंगडुप ने मामले में पुलिस कार्रवाई की सराहना करते हुए तारीफ की और कहा कि पुलिस की वजह से पीडिता अब भय मुक्त है और अपने पेरेंट्स के साथ रहना चाह रही है। उन्होंने कहा कि कि हम जांच कर रहे हैं, जो भी तथ्य है उसे महिला एवं बाल विकास मंत्रालय को भी भेजेंगे।
प्रतापगढ़ जिले के धरियावद थाना क्षेत्र के एक गांव में महिला को उसके पति और ससुराल वालों द्वारा निर्वस्त्र कर घुमाने का एक वीडियो वायरल हुआ था। घटना की रिपोर्ट दर्ज नहीं होने के उपरांत भी वायरल वीडियो के आधार पर पुलिस ने स्वतः संज्ञान लिया। एडीजी क्राइम दिनेश एमएन रेंज आईजी एस परिमला समेत जिले के तमाम पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे। मामले की जानकारी हासिल कर अभियुक्तों को नामजद किया गया। मामले में पुलिस की 30 टीम में गठित कर मात्र 12 घंटे मुख्य आरोपी सहित 11 आरोपियों को पकड़ लिया गया।