जयपुर। कोटा में एक बार फिर छात्र के सुसाइड करने का मामला सामने आया है। टेस्ट देने के बाद कोचिंग छात्र ने इंस्टीट्यूट की छठी मंजिल से कूदकर सुसाइड कर लिया। इस पूरे मामले में कोंचिग संस्थान की बड़ी लापरवाही देखने को मिल रही है। कलेक्टर ने रविवार को विद्यार्थियों की परीक्षा नहीं लेने के निर्देश दिए थे, लेकिन इसके बावजूद परीक्षा ली जा रही थी। छात्र के सुसाइड करने के दो सीसीटीवी फुटेज भी सामने आए हैं। बता दें कि अगस्त महीने में यह 5वा और 8वें महीने में 22वा सुसाइड करने का मामला सामने आया है।
परीक्षा देकर आया और कर ली सुसाइड
मामले को लेकर डिप्टी एसपी धर्मवीर सिंह ने बताया कि घटना रविवार शाम की है। लातूर (महाराष्ट्र) निवासी आविष्कार संभाजी कासले (16) ने कोचिंग हॉल की छठी मंजिल से ही कूदकर आत्महत्या कर ली। छात्र कोटा में तलवंडी इलाके में अपनी नानी के पास रहता था। वह यहां कोटा में नीट की तैयारी करने आया था। रविवार को कोचिंग की ओर से रोड नंबर 1 पर टेस्ट हुआ था। अविष्कार भी टेस्ट देने गया था।
टेस्ट देकर बाहर आते ही बालकनी से कूदा छात्र
डिप्टी एसपी धर्मवीर के मुताबिक, कोचिंग छात्र ने क्लास में बैठकर टेस्ट दिया और फिर टेस्ट खत्म होते ही वह बाहर आया और बालकनी से नीचे कूद गया। वह छठी मंजिल से करीब 70 फीट नीचे गिर गया। जिससे उसके सिर और शरीर पर गंभीर चोटें आईं।
जैसे ही छात्रों और स्टाफ को पता चला तो वे मौके पर पहुंचे और पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही डिप्टी एसपी सहित विज्ञान नगर थाना पुलिस मौके पर पहुंच कर शव को एमबीएस अस्पताल के पोस्टमार्टम रूम में रखवा दिया गया है। फिलहाल आत्महत्या के कारणों का पता नहीं चल पाया है।
कोटा कलेक्टर ने दिए थे यह निर्देश
कोटा कलेक्टर ओपी बुनकर की अध्यक्षता में हाल ही में जिला स्तरीय समिति की बैठक का आयोजन किया गया था। इसमें कई पुलिस अधिकारी के साथ कोचिंग संस्थान और हॉस्टल संचालक भी मौजूद थे। जिलाधिकारी ने कहा कि बच्चे कोचिंग सेंटरों और अपने हॉस्टल के कमरों में लगातार पढ़ाई करने के कारण आराम नहीं कर पाते है।
रविवार की छुट्टी को लेकर पहले भी निर्देश जारी किये गये थे। शनिवार को बैठक के दौरान बुनकर ने कोचिंग संचालकों से कहा कि रविवार को कोई टेस्ट नहीं होगा। इसके अलावा कोचिंग सेंटरों को हर हफ्ते मोटिवेशनल सेशन आयोजित करने के निर्देश भी दिए गए थे।