जयपुर। राजस्थान में इसी साल विधानसभा चुनाव होने वाले है। इसके लिए कांग्रेस और बीजेपी ने पूरी तरह कमर कस ली है। एक ओर बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष बदलकर पार्टी में पनप रही गुटबाजी को खत्म करने की कोशिश में जुटी हुई है। वहीं, कांग्रेस ने भी आगामी विधानसभा चुनाव के लिए खास प्लान तैयार किया है। कांग्रेस प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा यह जानने की कोशिश में लगे हुए है कि ऐसे कौन-कौन से नेता है जो पार्टी हित में ज्यादा अच्छा काम कर सकते है। इसके लिए रंधावा ने प्रदेश में नई रणनीति तैयार की है।
कांग्रेस प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने पिछले दिनों अपने विश्वासपात्र पंजाब के दो विधायकों को श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ भेजा था। दोनों नेताओं ने वहां पर स्थानीय जनप्रतिनिधियों और पार्टी कार्यकर्ताओं से मिलकर कई खास जानकारियां जुटाई थी। मुलाकात के बाद दोनों नेताओं ने गोपनीय रिपोर्ट तैयार कर सुखजिंदर सिंह रंधावा को सौंप दी है। हालांकि, इस रिपोर्ट को पार्टी प्रदेश प्रभारी ने अभी तक सार्वजनिक नहीं किया है।
बता दें कि नहरी क्षेत्र राजस्थान के श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ की सीमा पंजाब से लगती है। पंजाब के दो जिले फाजिल्का व मुक्तसर की सीमा राजस्थान से लगती है। पंजाब के साथ सर्वाधिक सीमा श्री गंगानगर व न्यूनतम सीमा हनुमानगढ़ की लगती है। ऐसे में रंधावा ने सबसे अपने खास नेताओं को श्रीगंगानगर और हनुमानगढ में भेजा है।
प्रदेशभर में चलेगा अभियान
कांग्रेस अब जनता को मन टटोलने के लिए पूरे प्रदेश में इस तरह का अभियान चलाएगा। रंधावा अब प्रदेश के सभी जिलों में इसी तरह ‘ऑब्जर्वर’ भेजकर फीडबैक लेंगे। सूत्रों की मानें तो दो-दो विधायक या फिर जनप्रतिनिधि हर जिले में जाकर फीडबैक लेंगे। फीडबैक के आधार पर ही आगामी चुनाव की रणनीति तैयार होगी। इससे यह पता चल सकेगा कि कौन संगठन के लिए उपयोगी और जिताऊ उम्मीदवार है।
सीएम गहलोत ने भी सरकार रिपीट के लिए खेला मास्टर स्ट्रोक
वहीं, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी कांग्रेस सरकार रिपीट कराने की कोशिश में निरंतर जुटे हुए है। सीएम गहलोत ने अपने आखिरी बजट में जिस तरह प्रदेश की जनता को सौगात दी है, उससे यह तो साफ है कि प्रदेश में कांग्रेस सरकार वापस रिपीट हो सकती है। वहीं, सीएम गहलोत ने प्रदेश में 3 नए संभाग और 19 नए जिले बनाने की घोषणा कर मास्टर स्ट्रोक खेल दिया है। अब देखना ये है कि क्या पार्टी के दिग्गज नेता राजस्थान में कांग्रेस सरकार रिपीट कराने में कामयाब हो पाती है या नहीं।
पीसीसी चीफ और प्रचार अभियान प्रभारी भी जनता का मानस टटोलने में जुटे
प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर रंधावा और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ-साथ पीसीसी चीफ गोविंद डोटासरा और प्रचार अभियान के प्रभारी नरेश अरोड़ा पार्टी भी पार्टी नेताओं के साथ मीटिंग कर जनता का मन टटोलने में लगे हुए है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता फीडबैक के साथ सुझाव भी ले रहे है, ताकि प्रदेश में सरकार रिपीट कर नया इतिहास रचा जा सके। सरकार अब तक के कामकाज को लेकर भी नेताओं के जरिए जनता का मानस टटोलने में जुटी हुई है।