भीलवाड़ा। मध्यप्रदेश के इंदौर जिले के तिलक लगाकर स्कूल में आए छात्रों को शिक्षिका द्वारा अपमानित किए जाने के बाद राजस्थान में ऐसा ही मामला सामने आया है। यहां दसवीं कक्षा के एक छात्र को स्कूल में तिलक लगाकर जाना महंगा पड़ गया।
स्कूल में तिलक लगाकर आने से खफा शिक्षकों ने ना सिर्फ छात्र के साथ मारपीट की, बल्कि छात्र के परिजनों पर छात्र की टीसी निकलवाने का दबाव भी बनाया गया। यह घटना भीलवाड़ा शहर स्थित सैंट एंसेल्म स्कूल का है। जहां पर दसवीं क्लास के छात्र किशन माली ने बताया कि श्रावण मास के चलते स्कूल में तिलक लगाकर आ रहा था।
छात्र का आरोप है कि वह जब तिलक लगाकर स्कूल में गया तो स्कूल प्रशासन द्वारा शुरुआत में उसके साथ थप्पड़ मारकर तिलक लगाकर ना आने की बात कही गई। छात्र किशन माली का कहना है कि श्रावण मास के चलते उसके द्वारा भगवान की पूजा-अर्चना के बाद स्कूल में प्रवेश किया जाता है।
जिसके चलते उसके द्वारा माथे पर तिलक लगाया आया जा रहा था। छात्र का आरोप है कि इससे नाराज स्कूल प्रशासन द्वारा मारपीट करने के 2 दिन बाद भी तिलक लगाकर आने पर उनके माता-पिता को फोन कर स्कूल से टीसी ले जाने की बात कही गई। जिस पर छात्र किशन माली के परिजनों ने विद्यालय प्रशासन के खिलाफ अपना रोष व्यक्त किया है।
वहीं, छात्र किशन माली के पिता दीपचंद ने सच बेधड़क से बातचीत में कहा कि भगवान की पूजा करने के बाद सर पर तिलक लगाकर स्कूल आने में यदि स्कूल प्रशासन को आपत्ति है तो ऐसे विद्यालय में उनके बच्चे को नहीं पढ़ाया जाएगा।
(इनपुट-जयेश पारीक)