Statue Controversy in Bharatpur : भरतपुर। जिले के नदबई क्षेत्र में हुए मूर्ति स्थापना विवाद मामले में पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह के बेटे अनिरुद्ध सिंह सहित 200-250 लोगों के खिलाफ राजकार्य में बाधा डालने और विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज हुआ है। पुलिस की ओर से एफआईआर दर्ज होने के बाद अनिरुद्ध सिंह ने अपने पिता पर गंभीर आरोप लगाए है। अनिरुद्ध सिंह ने अपने खिलाफ एफआईआर दर्ज होने के बाद ट्वीट किया कि मेरा पिता मुझे जेल भेजना चाहता है। लेकिन, सही काम करने के लिए कानून मुझे कैसे रोक सकता है?
उन्होंने कहा कि पुलिस मुझे वे फोटो सहित सबूत बताए, जिससे यह प्रमाणित होता है कि मैंने वहां हिंसा की या किसी पुलिस के साथ दुर्व्यवहार किया। मैं महाराजा सूरजमल की 15वीं पीढ़ी हूं, डरूंगा और भागूंगा नहीं, उनकी विरासत के लिए सामने से लडूंगा और छल से बड़ी मेरे लिए वीरगति है। पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह के बेटे अनिरुद्ध सिंह ने आरोप लगाया कि यह सब उसके पिता ने किया है और वह इस मामले पर कानूनी रूप से कोर्ट में लड़ेंगे।
ये था पूरा मामला
नदबई थाने में दर्ज एफआईआर के बताया कि 14 अप्रैल को नदबई के बैलास चौराहा पर डॉक्टर भीमराव अम्बेडकर की प्रतिमा लगाई जानी थी। इसके लिए नगरपालिका प्रशासन ने स्वीकृति जारी की थी। लेकिन दो दिन पहले 12 अप्रैल को कुछ असामाजिक तत्वों ने कार्यक्रम के विरोध में नदबई-डहरा रोड पर दो-तीन जगह आगजनी, रास्ता जाम किया। साथ ही पुलिस पर पथराव किया। जिसको देखते हुए 13 अप्रैल को कार्यक्रम स्थल के आसपास पुलिस बल तैनात किया था। तभी करीब 2.30 बजे अनिरुद्ध सिंह पुत्र विश्वेन्द्रसिंह, सन्तोष पुत्र रणवीरसिंह लखनपुर, मनुदेव सिनसिनी, मुकेश राजघराना सहित 200-250 लोगों बैलारा गांव की तरफ से होते हुए आए।
इन लोगों ने पुलिस से धक्का-मुक्की करते हुए बैलास चौराहे पर महाराजा सूरजमल की फोटो रख दी। इन्होंने लोगों को उकसाया कि हमने यहां महाराजा सूरजमल की मूर्ति लगाने के लिए भूमि पूजन कर दिया है। साथ ही खुली चुनौती दी कि यहां अगर अम्बेडकर की मूर्ति लगाने का प्रयास किया गया तो जाट समाज ईंट से ईंट में बजा देगा और सबको देख लेगा। फिलहाल, पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है।
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