सीकर। बीते कई दिनों से खबरों में छाए सत्यपाल मलिक आज सीकर में एक कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने यहां सर्किट हाउस में मीडिया से बातचीत भी की जिसमें उन्होंने राजस्थान भाजपा और उसके सीएम चेहरे को लेकर कई बड़ी बातें बोलीं।
सत्यपाल मलिक ने दो टूक में ही कह दिया कि अगर भाजपा वसुंधरा राजे को सीएम का उम्मीदवार बनाती है तो उसको दूसरों के मुकाबले ज्यादा फायदा हो सकता है और अगर बीजेपी ऐसा नहीं करती है तो फिर जीतने का कोई चांस ही नहीं। सत्यपाल मलिक ने कहा कि इस समय केंद्र सरकार जो नीतियां लेकर आ रही है जो योजनाएं बना रही है वह देश के हालातों के मुताबिक कहीं से भी सही नहीं है।
केंद्र को विपक्ष के सवालों पर जवाब देना चाहिए
केंद्र अग्निवीर योजना लेकर आई जिसका कोई अस्तित्व ही नहीं है। विपक्ष लगातार अडाणी मुद्दे को उठा रहा है। प्रधानमंत्री को कम से कम एक बार तो इस मुद्दे पर बोलना चाहिए था। ना उन्होंने इस मुद्दे पर कुछ कहा ना ही पुलवामा अटैक पर कुछ कहा। मैं विपक्षियों का समर्थन नहीं कर रहा कि अटैक जानबूझकर करवाया गया लेकिन विपक्षियों के सवालों का जवाब देना तो केंद्र सरकार का काम बनता है।
मुझसे कहते कि तुम चुप रहो
सत्यपाल मलिक ने कहा कि पुलवामा अटैक तो पाकिस्तान से ही समर्थक था। हमारी भी गलतियां थी। जिस पर उन्हें गौर करना चाहिए था और वही सवाल मैंने उठाए तो उनके लिए मैं बुरा बन गया। मुझसे वो कहते हैं कि तुम चुप रहो।
राहुल गांधी पर फैसला जल्दबाजी में लिया
मलिक ने राहुल गांधी के मुद्दे पर भी अपनी राय रखी। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी पर जो मानहानि का केस हुआ, उस पर मैं बात नहीं करना चाहता लेकिन इस मानहानि के केस में 2 साल की सजा और संसद की सदस्यता रद्द करने जैसे फैसले बेहद जल्दबाजी में लिए गए। राहुल गांधी को थोड़ा तो टाइम देना चाहिए था। यहां तक कि राहुल गांधी को संसद में अपना पक्ष तक नहीं रखने दिया जोकि एक सांसद का अधिकार होता है। स्पीकर को इसमें हस्तक्षेप करना चाहिए था लेकिन उन्होंने खुद भी राहुल को बोलने का मौका नहीं दिया।
राजनाथ सिंह पीएम उम्मीदवारी के लिए सबसे योग्य
सत्यपाल मलिक ने यहां प्रधानमंत्री पद की दावेदारी भी बता दी। उन्होंने कहा था कि इस समय राजनाथ सिंह प्रधानमंत्री पद के लिए सबसे ज्यादा योग्य हैं। अगर उनके भाग्य में रहा तो वे प्रधानमंत्री भी बन जाएंगे। मैं अमित शाह नरेंद्र मोदी जी का आभारी हूं कि उन्होंने मुझे राज्यपाल बनाया। मैं तो जब भी प्रधानमंत्री से मिलने जाता था तो इस्तीफा अपनी जेब में लेकर जाता था। वह जब मुझसे कह दे तब मैं दे देता।