सरपंचों और मंत्रालयिक कर्मियों ने दिया धरना, नाथ समाज की भूख हड़ताल

प्रदेश की राजधानी में गुरुवार का दिन एक बार फिर धरने-प्रदर्शनों के नाम रहा। राज्य के सरपंच प्रतिनिधियों ने शहीद स्मारक पर धरना दिया तो प्रदेश के मंत्रालयिक कर्मचारियों का आंदोलन लगातार 18 वें दिन भी जारी रहा।

Sarpanchs | Sach Bedhadak

जयपुर। प्रदेश की राजधानी में गुरुवार का दिन एक बार फिर धरने-प्रदर्शनों के नाम रहा। राज्य के सरपंच प्रतिनिधियों ने शहीद स्मारक पर धरना दिया तो प्रदेश के मंत्रालयिक कर्मचारियों का आंदोलन लगातार 18 वें दिन भी जारी रहा। वहीं, गुरु गोरखनाथ बोर्ड का गठन किए जाने की मांग को लेकर राजस्थान नाथ समाज से जुड़े प्रतिनिधियों ने भूख हड़ताल की। प्रदेश भर के करीब 11 हजार से भी ज्यादा सरपंच 20 अप्रैल से ग्राम पंचायतों के कार्यों का बहिष्कार कर रहे हैं। मांगे नहीं माने जाने पर 15 मई को सीएम आवास चेतावनी देने वाले सरपंचों ने एक दिवसीय सांकेतिक धरना दिया।

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राजस्थान संयुक्त सरपंच संघर्ष समिति के संयोजक बंशीधर गढ़वाल जयराम पलसानिया नेमी चंद मीणा व भागीरथ यादव रोशन अली मेहर सिंह धनकड़ के नेतृत्व में यह धरना दिया गया। उन्होंने बताया कि हम अपनी मांगों को लेकर कई दिनों से आंदोलन कर रहे हैं। सीएम से लेकर मंत्री, अधिकारियों विधायकों व सांसदों को ज्ञापन दिए गए। महंगाई राहत कैंपों मैं नहीं जाकर सरपंच अपना विरोध जता रहे हैं, लेकिन फिर भी हमारी मांगों को नहीं माना रहा हैं।

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वहीं, संयुक्त संघर्ष समिति के संयोजक महेंद्र सिंह मझेवला और शक्ति सिंह रावत ने बताया कि एक ओर शिविर लगाकर महंगाई से राहत दिलाने के दावे किए जा रहे हैं तो वही प्रदेश सरकार ग्रामीण विकास के 7 हजार करोड़ रुपए दबाए बैठी है। ग्रामीण विकास के लिए ग्राम पंचायतों को केंद्र और राज्य वित्त आयोग से सालाना 3-3 हजार करोड़ रुपए मिलते हैं। राज्य ने गत वित्तीय वर्ष की दोनों किश्त यानी 3 हजार करोड़ रुपए का भुगतान नहीं किया है। सरकार के सरपंचों को किए जा रहे असहयोग के कारण प्रदेश भर के ग्रामीण इलाकों में विकास ठप हैं।

18वें दिन भी जारी रहा आंदोलन

प्रदेश के मंत्रालयिक कर्मचारियों का पड़ाव शिप्रा पथ स्थित मैदान में 18वें दिन भी जारी रहा। कर्मचारियों का कहना है कि सरकार के महत्वकांक्षी प्रोजेक्ट महंगाई राहत शिविर को देखते हुए कर्मचारियों को उम्मीद थी कि सरकार उनके आंदोलन के बाद उनकी बात मानेगी। लेकिन, आंदोलन को लेकर कोई निर्णय नहीं हो सका है। कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर अड़ गए हैं, जबकि कर्मचारियों की हड़ताल से सरकारी विभागों में आमजन के कामकाज नहीं हो रहे हैं।

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गुरु गोरखनाथ बोर्ड का गठन करने की मांग

गुरु गोरखनाथ बोर्ड का गठन किए जाने की मांग को लेकर राजस्थान नाथ समाज के लोग शहीद स्मारक पहुंचे। जहां पर एक दिवसीय भूख हड़ताल कर अपनी मांग रखी। प्रदेशाध्यक्ष जगदीश प्रसाद योगी के नेतृत्व में हुई इस भूख हड़ताल में प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए नाथ समाज के सैंकड़ों लोगों ने हिस्सा लिया। इस धरने पर पहुंची राजस्थान घुमंतु अर्धघुमंतु बोर्ड की अध्यक्ष उर्मिला योगी को समाज के प्रतिनिधियों ने अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपा। उसमें बताया कि समाज की प्रमुख मांगों में आरक्षण के संबंध में अजा श्रेणी में आरक्षण का लाभ दिया जाना शामिल है।

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