सांचौर। कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव को लेकर अपनी दूसरी सूची रविवार को जारी कर दी है। सांचौर विधानसभा क्षेत्र से पार्टी ने एक बार फिर राजस्व मंत्री सुखराम बिश्नोई को टिकट दिया है। सुखराम बिश्नोई इस सीट से लगातार दो बार से विधायक हैं। भाजपा इस सीट पर पहले ही सांसद देवजी पटेल को अपना प्रत्याशी घोषित कर चुकी है। ऐसे में यहां मुकाबला काफी रोचक होना तय है। ऐसे में जानते है कि आखिर दोनों पार्टियों में कौनसे प्रत्याशी का पलड़ा भारी है।
2008 में लड़ा पहला चुनाव…
सुखराम बिश्नोई ने अपना पहला चुनाव सांचौर से ही 2008 में लड़ा था, लेकिन तब वे भाजपा के बागी और निर्दलीय मैदान में उतरे जीवाराम चौधरी से 3614 वोट से हार गए थे। इसके बाद 2013 और 2018 के चुनाव में भी सुखराम बिश्नोई कांग्रेस के प्रत्याशी रहे और दोनों बार जीते। इस बार कांग्रेस सरकार में मंत्री भी रहे।
भाजपा हर बार बदल रही प्रत्याशी…
भाजपा इस सीट पर अभी तक साल 1990 और 2003 में केवल दो बार जीत सकी है। 2003 में यहां से पार्टी के जीवाराम चौधरी जीते, लेकिन इसके अगले चुनाव यानि 2008 में पार्टी ने उनका टिकट काटकर मिलाप चंद मेहता को टिकट दिया। जीवाराम चौधरी ने निर्दलीय चुनाव लड़ा और जीत गए। इसके बाद 2013 में पार्टी ने जीवाराम चौधरी को ही टिकट दिया, लेकिन वे सुखराम बिश्नोई के सामने हार गए। 2018 में भाजपा ने दानाराम चौधरी को टिकट दिया और वे भी सुखराम बिश्नोई से हार गए। अब पार्टी ने यहां से एक बार फिर चेहरा बदलकर सांसद देवजी पटेल को मैदान में उतारा है।
3 बार से सांसद हैं देवजी…
बता दें कि देवजी पटेल जालौर सिरोही लोकसभा क्षेत्र से बीजेपी से तीन बार 2009, 2013 और 2019 लोकसभा का चुनाव लड़ चुके हैं और तीनों बार उन्होंने जीत हासिल की है। 2009 में भाजपा ने देवजी एम पटेल को जालौर संसदीय सीट से टिकट दिया जहां से उन्होंने पार्टी को निराश नहीं किया।
साल 2018 के विधानसभा चुनावों में सांचौर में बीजेपी हार गई, लेकिन उसके कुछ महीनों बाद हुए 2019 के लोकसभा चुनावों में सांचौर विधानसभा क्षेत्र से देवजी पटेल ने 17 हजार से अधिक वोटों से जीत हासिल की थी।
जालोर के पांच में से एक मात्र कांग्रेस के पास…
पुराने जिलों के लिहाज से बात की जाए तो सांचौर विधानसभा क्षेत्र जालोर जिले में आता है। इस जिले में कुल पांच सीट हैं। जिनमें से महज सांचौर ही कांग्रेस के पास है। बाकी सभी सीटों जालोर, आहोर, भीनमाल और रानीवाड़ा भाजपा के पास हैं।