जयपुर के होटल मेरियट में रिन्यूएबल एनर्जी कॉन्क्लेव का आयोजन किया गया। जिसमें सीएम अशोक गहलोत भी शामिल हुए। उन्होंने यहां एनर्जी सेक्टर के पोर्टल का शुभारंभ किया। इस कार्यक्रम में उद्योग मंत्री शकुंतला रावत, उद्योग विभाग की मुख्य शासन सचिव वीनू गुप्ता समेत कई अधिकारी मौजूद रहे।
जलवायु परिवर्तन से पूरी दुनिया चिंतित
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि इस तरह का आयोजन आज के दौर में देश दुनिया के लिए बेहद जरूरी है क्योंकि बदलती जलवायु से पूरी दुनिया हैरान और परेशान है। हम आए दिन सुन रहे हैं कि बेमौसम चीजें हो रही हैं, कभी सर्दी ज्यादा हो रही है, कभी गर्मी ज्यादा हो रही है, कभी बिना मौसम के बारिश लगातार हो रही है, हद से ज्यादा बारिश हो रही है, शहर के शहर बह रहे हैं, कभी अकाल पड़ जाता है, सूखा पड़ जाता है। यह सब जलवायु परिवर्तन और ग्लोबल वार्मिंग की वजह से हो रहा है जो कि बेहद चिंता का विषय है।
राजस्थान में रिन्यूएबल एनर्जी के क्षेत्र में अपार संभावनाएं
सीएम गहलोत ने कहा कि राजस्थान में इसके लिए हमने शानदार नीतियां बनाई हैं। जिसमें रिन्यूएबल एनर्जी को बढ़ावा देने के लिए प्लांट लगाए जा रहे हैं। साल 1999 में पहला विंड एनर्जी संयंत्र हमने लगाया था, इसके बाद से लेकर अब तक राजस्थान अक्षय ऊर्जा क्षेत्र में लगातार आगे बढ़ रहा। राजस्थान में इस क्षेत्र में अपार संभावना है, मैं चाहता हूं कि अक्षय ऊर्जा की मैन्युफैक्चरिंग यूनिट भी यहां पर लगे। कुछ महीनों पहले राजस्थान में इन्वेस्टर्स समिट हुआ था। जिसमें बिजनेस टायकून गौतम अडानी समेत कई बड़े-बड़े उद्योगपति आए थे।
गौतम अडानी ने तो 60000 करोड़ रुपए का निवेश किया था। जिसमें से उन्होंने लगभग 9 या 10 हजार करोड सिर्फ रिन्यूएबल एनर्जी के प्लांट को दिए हैं। इस पूरे समिट में 11 लाख करोड़ के एमओयू हुए हैं। हालांकि एमओयू होना अलग बात होती है उनको धरातल पर उतारना अलग बात होती है जैसा गुजरात वाइब्रेंट समिट में होता है। लेकिन मैं आपको बता दूं कि राजस्थान में लगभग 90% तक एमओयू के इंप्लीमेंटेशन होने का काम पूरा हो गया है।
सीएम ने कहा कि रिन्यूएबल एनर्जी के क्षेत्र में राजस्थान में शानदार उन्नति की है। इन्वेस्टर्स समिट के दौरान मैंने गौतम अडानी से रिक्वेस्ट की थी कि सोलर पॉलिसी को लेकर के क्या नए नवाचार किए जा सकते हैं हम तो इसमें पॉलिसी में संशोधन के लिए भी तैयार हैं।
लगता है ईडी, सीबीआई से आप भी डर रहे हैं
गहलोत ने उद्योगपतियों से कहा कि आजकल देश में हिंसा का माहौल चल रहा है, देश में अशांति है, हिंसा है, भय है, सभी को ईडी और सीबीआई का डर लगा हुआ है। आप लोगों को भी ईडी, सीबीआई का डर होगा तभी आप लोग कुछ बोलते नहीं। मत बोलिएगा वरना आपके घर भी ईडी और सीबीआई आ जाएगी।
गहलोत ने कहा कि आपका बोलना बेहद जरूरी है, आप डरिए मत, आप बोलिए क्योंकि जब देश का उद्योगपति या उद्योग घराने के लोग बोलते हैं तो पूरा देश सुनता है। आप लोगों की भी एक बड़ी भागीदारी है इस समाज को बनाने में, इसलिए आप भी उतने ही महत्वपूर्ण है जितने दूसरे लोग। आजादी के समय में भी बड़े बड़े बिजनेसमैन जैसे जमनालाल बजाज, पोद्दार जी समेत कई इंडस्ट्रियलिस्ट महात्मा गांधी के साथ खड़े हो गए थे। इसलिए यह आज की मांग है कि आप लोग भी चीजों पर खुलकर बोले।
अब कोई घोटाले के बारे में बात क्यों नहीं करता?
सीएम अशोक गहलोत सरकार ने UPA सरकार का जिक्र करते हुए कहा कि जब केंद्र में कांग्रेस सरकार थी तब कोलगेट घोटाला, 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले समेत ना जाने कितने घोटालों के नाम लिए जाते थे। सरकार को बदनाम किया जाता था लेकिन अब क्या हो गया है? अब इन घोटालों पर कोई बात क्यों नहीं करता है? क्या सब खत्म हो गया है?
निवेशकों के साथ हस्ताक्षरित हुए एमओयू
लाॅन्च हुआ एनर्जी सेक्टोरल पोर्टल
30 से ज्यादा वक्ता कार्यक्रम को करेंगे संबोधित
बता दें कि होटल मेरियट में आयोजित इस रिन्यूएबल एनर्जी कॉन्क्लेव में राज्य के आर स्पेस का एक 360 डिग्री मंच है जो कॉन्क्लेव शीर्ष सरकारी अधिकारियों उद्योग के नेताओं और निवेशकों के लिए 360 डिग्री दृष्टिकोण पर आधारित है। इस्कॉन क्लिप की पांच सत्रों में 30 से ज्यादा वक्ता कार्यक्रम को संबोधित करेंगे इस कार्यक्रम में 200 से ज्यादा प्रतिनिधि शामिल हुए हैं।