जयपुर। पुलवामा अटैक के शहीदों की वीरांगनाओं को पुलिस द्वारा देर रात 3:00 बजे सचिन पायलट के घर से उठाने पर उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि शहीदों के परिजनों के साथ ऐसा बर्ताव कांग्रेस सरकार के ताबूत में आखिरी कील साबित होगी।
कांग्रेस सरकार के ताबूत में आखिरी कील
राठौड़ ने इस मामले की घोर निंदा की है, उन्होंने कांग्रेस सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार के राज में वीरांगनाओं के समर्थन में धरना प्रदर्शन कर रहे लोगों को हवालात में बंद किया जाना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है, शहीदों के परिजनों के साथ ऐसा दुर्व्यवहार कांग्रेस सरकार के ताबूत में आखिरी कील साबित होगी।
इधर सेज थाने के बाहर धरने पर बैठे किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि वीरांगनाओं को कहां रखा गया है। पुलिस के अधिकारी नहीं बता रहे हैं। मेरे कुछ कार्यकर्ताओं को पुलिस ने लॉकअप में रखा हुआ है, लगातार धरना जारी रखूंगा। किरोड़ी ने कहा कि मेरी गैरमौजूदगी में रात को 3 बजे वीरांगनाओं को उठा दिया जाता है इस पर सरकार को शर्म आनी चाहिए। सरकार को 3 वीरांगनाओं से इतना डर क्यों है कि पुलिस ने रातोंरात उन्हें उठा लिया। पता नहीं उन्हें कहां लेकर गए हैं? वीरांगनाएं मुख्यमंत्री जी से मिलने की गुहार ही तो लगा रही है। मिलकर उनकी बात सुनने से मुख्यमंत्री जी इतना क्यों घबरा रहे हैं?
थाने के बाहर धरने पर बैठे हैं किरोड़ी लाल
बता दें कि बीती देर रात डॉ.किरोड़ी लाल मीणा तबीयत खराब होने के कारण कुछ देर के लिए अपने आवास पर चले गए थे लेकिन उनके धरना स्थल से जाते ही पुलिस ने वीरांगनाओं को हटाने की कार्रवाई शुरू कर दी और देर रात 3 बजे धरने पर बैठी वीरांगनाओं उनके परिजनों और किरोड़ी मीणा के समर्थकों को धरना स्थल से उठाकर हिरासत में ले लिया। पुलिस ने तीनों वीरांगनाओं को अपने-अपने घर छोड़ दिया और परिजनों, किरोड़ी समर्थकों को जेल में बंद कर दिया। इसके विरोध में किरोड़ी लाल मीणा सेज थाने के बाहर धरने पर बैठे हुए हैं।