Rajasthan University: राजस्थान में छात्रसंघ चुनाव नहीं करवाने के सरकार के फैसले के खिलाफ छात्रनेताओं का गुस्सा लगातार उफान मार रहा है जहां चुनाव करवाने की मांग पर राजस्थान विश्वविद्यालय में पिछले 4 दिन से चल रहा आंदोलन बुधवार को उग्र हो गया. मिली जानकारी के मुताबिक बुधवार को दोपहर में यूनिवर्सिटी कैंपस के कुलपति सचिवालय में एक दर्जन से ज्यादा छात्र खुद पर पेट्रोल डाल घुस गए और खुद को कुलपति सचिवालय में कैद कर लिया.
इस दौरान प्रदर्शन कर रहे छात्रनेताओं ने चेतावनी देकर कहा कि अगर सरकार ने जल्द से जल्द चुनावों का ऐलान नहीं करती है तो वह सामूहिक आत्मदाह करेंगे. इससे पहले मंगलवार की रात दो छात्रनेता कैंपस में बनी पानी की टंकी पर चढ़ गए थे.
छात्रनेताओं का आरोप है कि छात्रसंघ चुनाव नहीं करवाने को लेकर कुलपति ने सीएम और सरकार तक गलत फीडबैक भेजा है जिसके बाद चुनाव रद्द करने का फैसला लिया गया है. दरअसल सरकार की ओर से चुनाव नहीं करवाने के पीछे गिनाए गए कारणों में एक कारण कुलपतियों की नेगेटिव रिपोर्ट भी है.
कुलपति की निकाली शवयात्रा
इस दौरान छात्रनेता महेश चौधरी, विकास घोसल्या, विनोद भूदौली, हरफूल चौधरी ने यूनिवर्सिटी कैम्पस में कुलपति प्रोफेसर राजीव जैन की शव यात्रा निकाल कर विरोध दर्ज करवाया. वहीं कुछ छात्रों ने कुलपति के घर में घुसने की भी कोशिश की जिसके बाद वहां मौजूद पुलिस जाब्ते ने उन्हें खदेड़ा. छात्रनेताओं का कहना था कि अगर सरकार जल्द उनकी मांगों को पूरा नहीं करेगी तो वह आंदोलन को उग्र करेंगे.
कई इमारतों पर चढ़े छात्रनेता
वहीं विश्वविद्यालय की अलग अलग बिल्डिंगों पर चढ़कर छात्र नेता विरोध जता रहे हैं जहां सेंट्रल लाइब्रेरी, पटेल भवन हेड ब्लॉक पर छात्र नेता चढ़कर बैठे हैं. इसके अलावा 5 छात्र के पेट्रोल की बोतल लेकर भी विज्ञान भवन की बिल्डिंग पर चढ़े हुए हैं.
हालांकि कुछ देर पहले ही छात्र नेताओं के साथ समझाइश की गई थी जहां छात्र नेताओं की कुलपति राजीव जैन से मुलाकात करवाने पर सहमति बनी थी जिसके बाद छात्रनेता महेश चौधरी, कोमल मोहनपुरिया, हितेश यादव, मेघराज गुर्जर, विकाश घोसल्या की कुलपति से मुलाकात करवाने की बात कही गई थी.