Rajasthan Election 2023 : जयपुर। राजस्थान में विधानसभा चुनाव को लेकर निर्वाचन आयोग ने तैयारी शुरू कर दी है। गुरुवार को भारत निर्वाचन आयोग की टीम ने प्रदेश के अधिकारियों के साथ चुनाव की शुरुआती तैयारी को लेकर चर्चा की गई। चर्चा के दौरान प्रदेश की निर्वाचन आयोग की टीम ने बताया कि चुनाव आयोग के पास पर्याप्त संख्या में ईवीएम और वीवीपैट मशीनें उपलब्ध हैं। इन मशीनों की एफएलसी (फर्स्ट लेवल चेक) की जा चुकी है। वर्तमान में ईवीएम जागरूकता अभियान भी संचालित किया जा रहा है, जिसके माध्यम से युवा मतदाताओं को मतदान प्रक्रिया से अवगत कराया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि राज्य में 51187 मतदान केन्द्र हैं, जहां पर सुगम मतदान के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जा रही हैं। प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने कहा कि निर्वाचन विभाग ने आगामी राज्य विधानसभा चुनाव को लेकर आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली हैं। विभाग स्वतन्त्र तथा निष्पक्ष, सुगम तथा समावेशी चुनाव प्रक्रिया के लिए प्रतिबद्व है।
बैठक में जिला निर्वाचन अधिकारियों ने कानून व्यवस्था, चुनाव व्यय पर्यवेक्षण की व्यवस्थाएं, मतदाता पंजीकरण, मतदान केन्दों में उपलब्ध सुविधाएं, ईवीमए तथा वीवीपैट मशीनों के भंडारण एवं सुरक्षा इत्यादि बिंदुओं पर विस्तृत रूप से जानकारी दी। भारत निर्वाचन आयोग के वरिष्ठ उप निर्वाचन आयुक्त धर्मेन्द्र शर्मा ने जिला निर्वाचन अधिकारियों के दिए गए प्रस्तुतीकरण पर अपने विचार रखें।
82 लाख नए मतदाता जोड़े
गुप्ता ने बताया कि मतदान में अधिक जन सहभागिता सुनिश्चित करने के लिए यूथ चला बूथ, मिशन-75 के साथ ही महिलाओं, विशेष योग्यजन तथा ट्रांसजेन्डर्स के लिए विभिन्न तरह के कार्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि विशेष पुनरीक्षण कार्यक्रम के तहत विभाग द्वारा 82 लाख नए मतदाता जोड़े गए हैं। 1 अक्टूबर से प्रस्तावित द्वितीय विशेष पुनरीक्षण कार्यक्रम की तैयारियां भी पूरी कर ली गई है।
उन्होंने बताया कि कम मतदान वाले केन्द्रों पर मतदान प्रतिशत को बढ़ाने के लिए विशेष कार्ययोजना के तहत काम किया जा रहा है। वोटर हेल्प लाईन, के वाएसी, सक्षम, सी-विजिल एप्स के माध्यम से मतदाताओं को जागरूक किया जा रहा है। साथ ही, इन एप्स की हैंड्स ऑन ट्रेनिंग भी दी जा रही है और इनका व्यापक प्रचार-प्रसार भी किया जा रहा है।
नोडल अधिकारी करेंगे समस्याओं का समाधान
मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने बताया कि विभाग ने मतदान संबंधी समस्याओं के समाधान करने के लिए राज्य एवं जिला स्तर पर नोडल अधिकारी नियुक्त किए हैं। साथ ही, मतदाताओं के लिए वोटर हेल्प लाईन-1950 भी संचालित है। उन्होंने बताया कि मतदान से जुडें अधिकारियों एवं कार्मिकों की क्षमता संवर्धन के लिए विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रम भी संचालित किए गए हैं।
गुप्ता ने बताया कि विभाग द्वारा पात्र मतदाताओं को मतसूची में जोड़ने, युवा मतदाताओं की भागीदारी सुनिश्चित करने, मतदान प्रतिशत बढ़ाने, विशेष योग्यजन को सुविधाएं देने इत्यादि के संबंध में कई नवाचार किए गए है जिनके सकारात्मक परिणाम आए हैं।