Rajasthan Congress Leaders Meeting: राजस्थान में साल के आखिर में विधानसभा चुनावों को लेकर कांग्रेस आलाकमान ने गुरुवार को राजधानी दिल्ली के कांग्रेस मुख्यालय में राजस्थान कांग्रेस के नेताओं के साथ गहरा मंथन किया. इस बैठक में विधानसभा चुनावों की रणनीति और तैयारियों को लेकर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी ने राजस्थान के 30 नेताओं के साथ करीब पौने 4 घंटे चर्चा की.
वहीं बैठक के बाद टिकट वितरण, चुनावी रणनीति और सांगठनिक मुद्दों पर कई अहम फैसले किए गए. इसके अलावा अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच की टसल को भी खत्म करने का दावा किया गया. इस बीच कांग्रेस की इस एकजुटता पर राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने तंज कसा है.
राठौड़ ने ट्वीट कर कहा कि 25 सितंबर 2022 को कांग्रेस आलाकमान के भेजे गए दूतों को बेइज्जत कर बैरंग लौटाने वाले कांग्रेस के नेता आज दिल्ली में बैठक कर एकजुट होने का जो दावा कर रहे हैं वह आगामी चुनावों में फुस्स होने वाला है. उन्होंने कहा कि पार्टी के खिलाफ बयानबाजी करना और अपने ही बयानवीरों पर एक्शन नहीं लेना कांग्रेस की परिपाटी बन चुका है.
‘अंतर्कलह पर रखी गई सरकार की नींव’
राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस आलाकमान शायद यह भूल गया है कि राज्य की राजनीति में निकम्मा, नाकारा, गद्दार और कोरोना जैसे शब्दों का ईजाद कांग्रेस के ही बयानवीरों ने एक-दूसरे पर आरोप लगाने के लिए किया था लेकिन इन बयानवीरों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई तो भविष्य में कहां से होगी ?
उन्होंने कहा कि जिस सरकार की नींव ही अंतर्कलह पर रखी गई हो तथा जहां हर कांग्रेस विधायक/प्रत्याशी स्वयं को मिनी मुख्यमंत्री समझने में लगा हो वहां एकजुटता का यह दृश्य मृग मरीचिका के समान है और जो किस्सा कुर्सी के खेल की लड़ाई साढ़े 4 सालों में भी नहीं सुलझी अब अपनी उम्र के अंतिम पड़ाव में चल रही सरकार की विदाई के साथ ही खत्म होगी.